दूसरा सावन सोमवार व्रत आज, जानें राशि अनुसार शिव जी को प्रसन्न करने की विधि
शिवजी को सावन का महीना बहुत प्रिय है। शिव भक्तों के लिए सावन माह सभी महीनों में सबसे पवित्र माह होता है, इसलिए इस माह को भगवान शिव की उपासना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस माह से शुरू किए गए सोलह सोमवार के व्रत अत्यधिक शुभ फल प्रदान करते है। ज्योतिष शास्त्र में शिव की आराधना से कुंडली के बहुत सारे दोषों की शांति और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आज सावन का दूसरा सोमवार है। इस पावन अवसर पर हम जानते हैं कि सावन माह में राशि अनुसार शिव आराधना करने की उत्तम विधि क्या है, जिससे हम अपने मनोवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं।
सावन में राशि अनुसार शिव पूजा की विधि
मेष: मेष राशि के स्वामी मंगल हैं, इसलिए इनके लिये लाल रंग से पूजन करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। मेष राशि के जातक यदि लाल चंदन और लाल रंग के पुष्प भगवान भोलेनाथ को अर्पित करें, तो यह बहुत ही पुण्य फलदायी रहता है।
मिथुन: मिथुन राशि के स्वामी बुध माने जाते हैं, इसलिए भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा और भांग अर्पित करना लाभदायक साबित होगा।
कर्क: कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, जिन्हें भगवान शिव ने अपने ललाट पर धारण कर रखा है। कर्क राशि वाले जातकों को शिवलिंग पर भांग मिश्रित दूध से अभिषेक करना चाहिए और नारियल की बर्फ़ी का भोग लगाना चाहिए।
कन्या: कन्या राशि के स्वामी बुध हैं, इसलिए कन्या राशि वाले जातकों को भगवान शिवजी की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, भांग और अमरूद शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिये।
तुला: तुला राशि के स्वामी शुक्र माने जाते हैं, इसलिए आपको मिश्री युक्त मक्खन और अनार का रस शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिये, इससे अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक: वृश्चिक राशि के भी स्वामी मंगल माने जाते हैं, इसलिए भोले भंडारी की पूजा आपको लाल गुलाब के फूलों और शहद मिश्रित दूध से करनी चाहिये। इससे विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
धनु: धनु राशि का स्वामी गुरु को माना जाता है। इन्हें पीला रंग प्रिय होता है। यदि धनु राशि वाले जातकों को सावन माह में भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद लेना है, तो पीले रंग के फूल और बेसन की मिठाई अर्पित करनी चाहिए।
मकर: मकर राशि के स्वामी शनि देव है। यदि मकर राशि वाले जातक अष्टगंध और आमरस से भगवान शिव की पूजा करें तो उनके लिये जीवन में शांति और समृद्धि लाने वाली रहेगी।
कुंभ: कुंभ राशि के स्वामी भी शनि ही माने जाते हैं। कुंभ राशि के जातकों को दूध में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिये और पीली रसमलाई का भोग लगाना चाहिए, विशेष लाभ प्राप्त होगा।
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