Rhea Chakraborty ने झूठा दावा करने वाली पड़ोसी के ख़िलाफ़ की शिकायत, सपोर्ट में आये रितेश देशमुख
सुशांत सिंह राजपूत केस से निकले ड्रग केस में रिया चक्रवर्ती को बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिल गयी है। रिया ने अब ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने का बीड़ा उठाया है, जिन्होंने केस की जांच के दौरान बिना किसी आधार के बयानबाज़ी की। रिया ने सीबीआई से गुज़ारिश की कि उनकी उस पड़ोसी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें, जिन्होंने मीडिया को झूठा स्टेटमेंट देकर केस की दिशा भटकाने की कोशिश की थी। रिया को रितेश देशमुख ने सपोर्ट किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई की स्पेशल टीम की मुखिया नूपुर शर्मा को लिखे ख़त में रिया ने कहा कि उनकी पड़ोसी डिम्पल थवानी ने झूठा दावा किया था कि 13 जून को सुशांत, रिया को ड्रॉप करने उनके घर आये थे। 14 जून को सुशांत का मृत शरीर उनके घर पर मिला था। रिया ने अपना लेटर वकील सतीश मानशिंदे के ज़रिए सीबीआई को दिया है। लेटर में आगे कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या ऐसे मामले भारतीय दंड़ संहिता की धारा 203 (किसी कथित अपराध को लेकर ग़लत सूचना देना) और 211 (अपराध का झूठ आरोप) के तहत दंडनीय होते हैं, जिसमें 7 साल तक की सज़ा हो सकती है।
रिया के इस क़दम को रितेश देशमुख का साथ मिला। उन्होंने ट्वीट किया- तुम्हें और शक्ति मिले। सच से अधिक ताक़त किसी में नहीं होती।
बता दें कि रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के ख़िलाफ़ सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में रिपोर्ट दर्ज़ करवाई थी। रिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। बिहार सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सुशांत केस में वित्तीय गड़बड़ियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने की है। वहीं, ड्रग्स केस की जांच नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा की जा रही है। एनसीबी ने रिया को 8 सितम्बर को गिरफ़्तार किया था और 7 अक्टूबर को उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिली है। रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती भी एनसीबी की गिरफ़्त में हैं। हालांकि, शौविक की जमानत मंजूर नहीं हुई।