पिछले दो वर्षाें में खुदरा निवेशकों ने निभाई मुख्य भूमिका: निर्मला सीतारमण
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दो वर्षाें से डीमैट खाताओं को खोलने में आयी तेजी का हवाला देते हुये आज कहा कि इस अवधि में खुदरा निवेशकों ने बाजार में मुख्य भूमिका निभायी है और दुनिया दिखा दिया है कि वे क्या कर सकते हैं और विदेशी निवेशकों के बगैर भी झटकों को झेलने वाला बन सकते हैं।
श्रीमती सीतारणम ने नेशनल सेक्युरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) की रजती जयंती के मौके पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में खुदरा निवेशकों द्वारा बाजार के प्रति जताये गये विश्वास की सराहना करते हुये कहा कि वर्ष 2019-20 में हर महीने चार लाख डीमैट खाते खुलते थे लेकिन वर्ष 2020-21 में यह संख्या तीन गुना बढ़कर 12 मासिक हो गयी और वर्ष 2021-22 में तो यह 26 लाख मासिक पर पहुंच गयी है।
इस मौके पर वित्त मंत्री ने हिन्दी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में छात्रों के लिए ऑनलाइन निवेशक जागरूकता कार्यक्रम मार्केट का एकलव्य का भी शुभारंभ किया। उनहोंने कहा कि इसके माध्यम से एनएसडीएल ऐसे लोगों तक पहुंचने में सफल होगी जिनको वित्तीय साक्षरता की जरूरत है। उन्होंने एनएसडीएल को इस कार्यक्रम को वैश्विक भाषाओं में शुरू कर वैश्विक पहल शुरू करने की भी अपील करते हुये कहा कि इससे भारत वास्तव में विश्व गुरू बन सकेगा और दुनिया भर में यह कार्यक्रम ऐसे लोगों तक पहुंचेगा जो अलग अलग भाषाओं को जानते हैं।
श्रीमती सीतारमण ने देश में फिनटेक कंपनियों द्वारा की गयी प्रगति का उल्लेख करते हुये कहा कि फिनटेक स्टार्टअप असाधारण काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस स्टार्टअप के काम ने दुनिया भर के निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित किया है।