02 November, 2024 (Saturday)

Reliance ने स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर में भी 40 फीसद हिस्सेदारी खरीदी, 3,630 करोड़ रुपये में हुआ सौदा

आरईसी सोलर का अधिग्रहण करने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआइएल) ने रविवार को ही स्टर्लिग एंड विल्सन सोलर में 3,630 करोड़ रुपये में 40 फीसद हिस्सेदारी खरीद ली। यह कंपनी शापूरजी पालोनजी (एसपी) समूह और खुर्शीद यज्दी दारुवाला परिवार का एक संयुक्त उद्यम है। कई चरण में होने वाले इस सौदे के साथ ही एसपी समूह ने एक महीने के भीतर अपनी दूसरी महत्वपूर्ण परिसंपत्ति को बेचा है। इससे पहले समूह ने अमेरिकी निजी इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल के साथ यूरेका फो‌र्ब्स के लिए 4,400 करोड़ रुपये का सौदा किया था।

यह अधिग्रहण भी रिलायंस ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर के जरिये किया है। इस सौदे के तहत बोर्ड में रिलायंस के दो सदस्यों को शामिल किया जाएगा। सौदे के प्रथम चरण में रिलांयस न्यू एनर्जी सोलर को 375 रुपये प्रति शेयर की दर से 2.93 करोड़ इक्विटी शेयरों (15.46 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर) का तरजीही आवंटन मिलेगा।

इसके बाद रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर, शापूरजी पालोनजी एंड कंपनी से 1.84 करोड़ शेयर या 9.7 फीसद हिस्सेदारी का तरजीही आधार पर अधिग्रहण करेगी। तीसरे चरण में सेबी के अधिग्रहण नियमों के अनुसार 4.91 करोड़ शेयरों के अधिग्रहण के लिए सार्वजनिक पेशकश की जाएगी, जो 25.9 फीसद हिस्सेदारी के बराबर होगा। इस सौदे से एसपी समूह को कर्ज घटाने में मदद मिलेगी। समूह पर इस समय करीब 20 हजार करोड़ का कर्ज है।

इससे पहले आरईसी शेयर होल्डिंग खरीदने की हुई थी घोषणा

इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (आरएनईएसएल) ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार (ग्रुप) से आरईसी सोलर होल्डिंग्स एएस (आरईसी ग्रुप) की 100% हिस्सेदारी के खरीदने की घोषणा की। सौदा 771 मिलियन अमरीकी डालर के एंटरप्राइज मूल्य पर तय हुआ है।

अधिग्रहण पर बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा: “मैं आरईसी के अधिग्रहण से बेहद खुश हूं क्योंकि यह सूर्य देव की असीमित और साल भर मिलने वाली सौर शक्ति का दोहन करने में मदद करेगा। यह अधिग्रहण दशक के अंत से पहले 100 गीगावॉट स्वच्छ और हरित ऊर्जा बनाने के रिलायंस के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, नई और उन्नत प्रौद्योगिकियों और परिचालन क्षमताओं में निवेश करने की हमारी रणनीति के अनुरूप है। माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य 2030 तक भारत में 450 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन है और इसे प्राप्त करने में किसी एकल कंपनी का यह सबसे बड़ा योगदान होगा। यह भारत को जलवायु संकट से उबारने और ग्रीन एनर्जी में वर्ल्ड लीडर बनने में मदद करेगा”

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