पूछ लो आजम खां से बाहर निकलना भी है या नहीं’ सपा नेता पर महिला ने दर्ज कराया मुकदमा
भड़काऊ भाषण मामले में तीन साल की सजा पाए सपा नेता आजम खां के खिलाफ रामपुर में ही विवादित बयान देने का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें आजम खां पर भड़काऊ भाषण के साथ ही महिलाओं को अपमानित करने का भी आरोप है।
आजम खां ने महिलाओं के बारे में कहीं अमर्यादित बातें
रामपुर के मुहल्ला अखून खेलान की एक महिला ने गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें कहा है कि आजम खां ने जनसभा के दौरान कहा कि जैसा हमारे और तुम्हारे साथ हुआ है, अगर चार सरकारों में मंत्री रहते हमने ऐसा किया होता तो बच्चों तुम्हारी मुस्कुराहट की कसम खाकर कहता हूं कि बच्चा पैदा होने से पहले मां से पूछता कि पूछ लो आजम खां से बाहर निकलना भी है या नहीं। रिपोर्ट में कहा कि आजम खां पहले भी महिलाओं के बारे में अमर्यादित बातें करते रहे हैं।
फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा पर कर चुके हैं अमर्यादित टिप्पणी
सपा नेता आजम खां जनसभा के दौरान एक अधिकारी के बारे में भी गलत बात है। इससे पहले वह फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के बारे में भी अमर्यादित टिप्पणी कर चुके हैं। अदालत ने उन्हें सजा भी सुना दी है। इसी कारण चुनाव हो रहा है, लेकिन वह फिर भी अपनी हठधर्मी पर आने हुए हैं। गौरतलब है कि आजम खां के खिलाफ पहले से ही 93 मुकदमें अदालतों में विचाराधीन हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में भड़काऊ भाषण देने के मामले में हुई थी सजा
आजम खां को जिस मामले में तीन वर्ष की सजा हुई भड़काऊ भाषण का वह मामला वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव का है। आजम खां लोकसभा का चुनाव लड़़ रहे थे। तब सपा और बसपा का गठबंधन था। वह चुनाव जीत गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुए थे। इसमें एक मामला मिलक कोतवाली में हुआ था।
भाषण में आजम खां ने जिलाधिकारी को कहे थे अपशब्द
इसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों और तत्कालीन जिलाधिकारी के लिए अपशब्द कहे। धमकी दी और दंगा भड़काने का प्रयास किया। उनके द्वारा वर्ग विशेष से धर्म के नाम पर वोट की अपील की। इन आरोपों के साथ वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी अनिल कुमार चौहान की ओर से आजम खां के खिलाफ प्राथमिकी पंजीकृत कराई गई थी।