राहुल गांधी ने भूमिहीन कृषि मजदूर योजना का किया उद्घाटन, अमर जवान ज्योति का आज होगा शिलान्यास
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज ‘अमर जवान ज्योति’ की आधारशिला रखने छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंचे। राहुल का इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वागत किया। राहुल ने रायपुर पहुंचकर सबसे पहले राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर योजना का उद्घाटन किया। बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘अमर जवान ज्योति’ के शिलान्यास की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि हम छत्तीसगढ़ के उन सपूतों की शहादत का सम्मान करेंगे जिन्होंने वर्दीधारी सेवाओं में शामिल होकर देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अमर जवान ज्योति का निर्माण चौथी बटालियन, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल माना, रायपुर के परिसर में किया जाएगा। शहीदों के सम्मान में छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति की ज्योति हमेशा जलती रहेगी।
भूमिहीन परिवारों को मिलेगी 6000 रु की वित्तीय सहायता
गौरतलब है कि राहुल छत्तीसगढ़ सरकार की राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर योजना का भी इस मौके पर उद्घाटन किया। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण भूमिहीन परिवारों को 6000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता देगी। योजना के लिए पंजीकरण पिछले साल सितंबर में शुरू किया गया था।
इंडिया गेट से ज्योति स्थानांतरित करने से आहत थे बघेल
बता दें कि अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट से स्थानांतरित करने के मोदी सरकार के कदम पर असंतोष व्यक्त करते हुए बघेल ने कहा था कि इससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है और वह आहत हैं। उन्होंने कहा कि था कि वह छत्तीसगढ़ के उन सपूतों की शहादत का सम्मान करेंगे जिन्होंने वर्दीधारी सेवाओं में शामिल होकर देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, साथ ही ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ के माध्यम से छत्तीसगढ़ में अपने प्राणों की आहुति देने वाले देश के वीरों को भी नमन करेंगे।
दीवार पर शहीदों के नाम खुदे होंगे
छत्तीसगढ़ में अमर जवान ज्योति पर शहीदों के नाम वाली दीवार, स्मारक टावर और वीवीआईपी प्लेटफॉर्म भी बनाया जाएगा। दीवार का निर्माण भूरे रंग के संगमरमर से किया जाएगा, जिस पर शहीदों के नाम खुदे होंगे। अर्धचंद्राकार यह दीवार करीब 25 फीट ऊंची होगी जिसकी लंबाई करीब 100 फीट होगी और इस दीवार की मोटाई 3 फीट होगी। स्मारक मीनार को अर्धचंद्राकार दीवार के सामने बलुआ पत्थर, भूरे सफेद संगमरमर ग्रेनाइट से बनाया जाएगा। इसके ऊपर एक स्मृति चिन्ह बनाया जाएगा। स्मारक टावर के सामने बेस पर राइफल और हेलमेट प्रतीक चिन्ह के रूप में होगा। इस चिन्ह के सामने छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति की ज्योति जलाई जाएगी जो 24 घंटे भूमिगत पाइपलाइनों के माध्यम से ईंधन आपूर्ति द्वारा प्रज्वलित की जाएगी।