प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की जर्मनी के चांसलर से मुलाकात
भारत एवं जर्मनी ने अपने रणनीतिक साझीदारी को विस्तार एवं मजबूती देने के लिए कोविड पश्चात आर्थिक वृद्धि एवं सातत्य, मोबिलिटी और स्वच्छ ऊर्जा के साथ खुले एवं शांतिपूर्ण हिन्द प्रशांत क्षेत्र के लिए सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ भारत जर्मनी अंतरसरकारी परामर्श की छठवीं बैठक की सह अध्यक्षता की जिसमें ये फैसले लिये गये। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री श्री मोदी का जर्मनी के चांसलर द्वारा फेडेरल चांसलरी में रस्मी सलामी गारद के साथ स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों नेताओं ने पहले एकांत में वार्तालाप किया और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की। बैठक में समग्र रणनीतिक साझीदारी के तहत प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार तथा विभिन्न क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रमों पर बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि बैठक मुख्यत: प्रगति और सातत्य, मोबिलिटी और समृद्धि, प्रदूषणरहित एवं टिकाऊ भविष्य तथा एक खुले एवं शांतिपूर्ण हिन्द प्रशांत के मुद्दे पर केन्द्रित है।
श्री मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में आज तड़के यहां पहुंचे। श्री मोदी जर्मनी के चांसलर श्री स्कोल्ज़ के साथ एक सामुदायिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “आज बर्लिन पहुंचा हूं। आज जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और व्यावसायियों के साथ बातचीत करूंगा और सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूंगा। मेरा मानना है कि इस यात्रा से भारत और जर्मनी के बीच मित्रता को बढ़ावा मिलेगा।”
श्री स्कोल्ज के दिसंबर 2021 में पदभार ग्रहण करने के बाद उनकी श्री मोदी के साथ यह पहली मुलाकात थी। बाद में दोनों नेता संयुक्त रूप से एक कारोबारी कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
श्री मोदी जर्मनी में भारतीय समुदाय से संवाद करेंगे और उनको संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री का जर्मनी का यह पांचवां दौरा हैं।
जर्मनी की यात्रा के बाद श्री मोदी डेनमार्क की यात्रा पर राजधानी कोपेनहेगन पहुंचेंगे और उसके बाद कम समय के लिए फ्रांस जाएंगे।