सियासत: किसानों से संवाद के बहाने पश्चिमी में हाथ आजमाएंगी प्रियंका, फरवरी में करेगीं मेरठ का दौरा
किसान आंदोलन से निकली सियासी संजीवनी ने कांग्रेस को भी एक्शन में ला दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा पश्चिमी उप्र में मध्य फरवरी में तीन दिनी दौरा करने वाली हैं। इस दौरान किसानों से संवाद के बहाने पार्टी नई जमीन तैयार करेगी। प्रियंका के दौरे को लेकर पार्टी कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हैं। प्रदेश इकाई के पदाधिकारी मेरठ में डेरा डाल चुके हैं। इस बहाने पार्टी दूसरे दलों के नाराज चेहरों को भी साधने का जुगत करेगी।
..बेजान पंजे में ताकत भरने की कवायद
कृषि कानून को लेकर नई दिल्ली में विरोध की सियासत गरम है। विरोध में करीब ढाई माह से आंदोलन जारी है। पहले आंदोलन को राजनीतिक दलों ने दूर से समर्थन दिया, लेकिन 26 जनवरी के बवाल के बाद किसानों के मंच पर राजनीति के महारथी नजर आने लगे। गाजीपुर बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत से मिलने आम आदमी पार्टी के मनीष सिसौदिया, शिवसेना के संजय राउत, कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना, सुप्रिया सुले और सपा के कई नेता पहुंच गए। वहीं राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान हुए बवाल को लेकर प्रेस वार्ता की, और मोदी सरकार को घेरा। गाजीपुर बार्डर पर धरने पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं की धार ने आंदोलन को नए तेवर दिए हैं। पंजाब को पछाड़कर अब पश्चिम उप्र किसान आंदोलन का केंद्र बन गया। नए सियासी हालात में रालोद समेत सभी विपक्षी दल अपनी राजनीतिक जमीन हरी भरी करने में जुट गए हैं। इसी बीच, दशकों से प्रदेश में हाशिए पर चल रही कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के लिए प्रियंका नई पटकथा लिखने निकल रही हैं। दौरे को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने मेरठ पहुंचे कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम ने कहा कि फरवरी के मध्य तक प्रियंका वाड्रा मेरठ आ सकती हैं।