23 November, 2024 (Saturday)

PM Kisan की किस्त उत्तर प्रदेश के 21 फीसद लाभार्थियों को अभी नहीं मिली, इनमें कहीं आप तो नहीं

पीएम किसान सम्मान निधि की सातवीं किस्त (दिसंबर-मार्च)  का अभी भी करोड़ो किसानों का इंतजार है, हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 करोड़ किसानों के खातों में 25 दिसंबर को 18000 करोड़ रुपये भेज चुके हैं। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश के 21 फीसद, पंजाब के 22 फीसद, गुजरात के 23 फीसद, झारखंड के 29 फीसद लाभार्थी किसानों तक 2000 रुपये की इस वित्तीय वर्ष की तीसरी किस्त नहीं पहुंची है। बता दें मौजूदा समय में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के 11 करोड़ 45  लाख लाभार्थी हैं।

दिसंबर-मार्च की किस्त पाने वाले किसानों का राज्यवार डेटा

राज्य पेमेंट सफल प्रतिशत में
मेघालय 96
हिमाचल प्रदेश 95
बिहार 94
उत्तराखंड 93
हरियाणा 93
नगालैंड 91
जम्मू-कश्मीर 91
तेलंगाना 91
केरल 91
महाराष्ट्र 88
अरुणचाल 88
मध्यप्रदेश 85
छत्तीसगढ़ 83
राजस्थान 82
कर्नाटक 82
मिजोरम 81
उत्तर प्रदेश 79
पंजाब 78
गुजरात 77
तमिलनाडु 76
झारखंड 71
आंध्रप्रदेश 66
ओडिशा 57
मणिपुर 55
सिक्कीम 41
लक्ष्यद्वीप 29
असम 7
पश्चिम बंगाल 0

स्रोत: pmkisan.gov.in

पीएम किसान पोर्टल के मुताबिक पहली किस्त  3,16,01,224 किसानों को मिली थी। दूसरी किस्त  6,63,16,797 किसानों को, तीसरी  8.75 करोड़, चौथी 8.94 करोड़ और पांचवीं किस्त 10.46 करोड़ किसानों तक पहुंची, जबकि छठी किस्त पाने वाले किसानों की संख्या  10.20 करोड़ रह गई है। वहीं सातवीं किस्त पाने वाले किसानों की संख्या 9.06 करोड़ है। अभी 31 मार्च 2021 तक यह किस्त भेजी जाएगी।

गलतियों का घर बैठे ऐसे दूर करें

अगर आवेदन के बाद भी आपके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं आए हैं तो अपना रिकॉर्ड चेक कर लें कि कहीं उसमें गलती तो नहीं है। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप घर बैठे अपने मोबाइल से ही ठीक कर सकते हैं, अगर आपने पीएम किसान ऐप डाउन लोड किया है तो गलतियां सुधारना और भी आसान है। आइए जानें कैसे करें इन गलतियों को ठीक…

  • PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
  • अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।
  • अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
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