मोदी सरकार में मंत्री पद पर महाराष्ट्र भाजपा में रार, पंकजा मुंडे बोलीं- यह धर्मयुद्ध है
छोटी बहन प्रीतम मुंडे को मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद में जगह न मिल पाने पर मराठा नेता और उनकी बड़ी बहन पंकजा मुंडे ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। पंकजा मुंडे ने यह स्वीकार किया कि वह प्रीतम को कैबिनेट में जगह न मिल पाने से नाराज हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि यह सिद्धांतों के लिए धर्मयुद्ध का सही समय नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका फैसला सही समय पर लिया जाएगा। मुंडे ने यह तो स्वीकार किया कि वह पार्टी के फैसले से नाराज हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व पर भरोसा भी जाहिर किया। उन्होंने बहन के मंत्री न बन पाने का ठीकरा सीधे तौर पर राज्य की लीडरशिप पर फोड़ा।
बीजेपी के 75 कार्यकर्ताओं ने की इस्तीफे की पेशकश
मुंडे परिवार के खाते में मंत्री पद न आने के बाद बीड़ जिले के 75 बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नगर निकाय से लेकर सहकारी संस्थाओं तक से इस्तीफा देने की पेशकश भी की है। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंत्री न बनाकर मुंडे परिवार के साथ अन्याय किया गया है। मंगलवार को पंकजा मुंडे के वर्ली स्थित दफ्तर के बाहर जुटे उनके समर्थकों ने पार्टी के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही। हालांकि समर्थकों को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा कि वह भी पार्टी के फैसले से नाखुश हैं और उनके त्याग और कठिन मेहनत को पार्टी ने नजरअंदाज किया है। लेकिन इसके बाद भी यह पार्टी को छोड़ने का समय नहीं है।
इसके साथ ही पंकजा मुंडे ने कहा कि पार्टी के भीतर ही कुछ ऐसे लोग हैं, जिनकी मंशा खराब है और अकसर विवाद पैदा करते हैं। पंकजा मुंडे ने बिना किसी का नाम लिए ही पार्टी की स्टेट लीडरशिप पर निशाना साधा। पंकजा मुंडे ने कहा, ‘समय ही हर चीज का समाधान है। यह कोई भी अतिवादी फैसला लेने का वक्त नहीं है। आखिर हम अपने ही घर को क्यों छोड़ें, जिसे हमने बहुत ही मेहनत के साथ तैयार किया है।’ पार्टी में अपने विरोधियों पर हमला बोलते हुए पंकजा ने कहा कि मुझे इसलिए किनारे लगा दिया गया है क्योंकि मैंने कहा था कि मेरा नाम लोगों के दिमाग में चीफ मिनिस्टर के तौर पर था। लेकिन उनके बारे में क्या कहेंगे, जो पीएम का सपना देखते हैं।