पाकिस्तान में सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर विपक्ष, सियासी कार्ड खेल रहे इमरान खान
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के महासचिव अहसान इकबाल ने रविवार को सेना प्रमुख का कार्यकाल खत्म होने से पहले ही बढ़ाने की बात करने के लिए इमरान खान सरकार पर हमला बोला है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार इकबाल ने रविवार को पीएम इमरान खान को सेना प्रमुख के कार्यकाल को सही समय से पहले ही बढ़ाने की बात करने के लिए लताड़ते हुए इसे राजनीतिक के लिए एक रणनीति बताया है।
राजनीतिक कार्ड खेल रही इमरान सरकार
नरोवाल में पत्रकारों से बात करते हुए इकबाल ने कहा कि मौजूदा सेना प्रमुख के कार्यकाल के अंतिम तीन महीनों के दौरान एक नए सैन्य प्रमुख की नियुक्ति की जाती है। इसके चलते समय से पहले मौजूदा पाकिस्तान सेना प्रमुख के कार्यकाल को बढ़ाने की बात सिर्फ एक राजनीतिक रणनीति है। उन्होंने कहा कि सरकार सेना प्रमुख की नियुक्ति के मामले में अपना राजनीतिक कार्ड खेलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इसकी कड़ी निंदा भी की है।इससे पहले 6 जनवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि सेना के साथ उनके अमूल्य संबंध हैं। इमरान ने आगे कहा था कि अभी तक उन्होंने सेना प्रमुख के कार्यकाल को आगे बढ़ाने के बारे में नहीं सोचा है और इसका फैसला नवंबर 2022 में किया जाएगा। प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान के पर इकबाल ने यह टिप्पणी की है।
इमरान खान को सता रही पंजाब चुनाव की चिंता
दूसरी ओर इस बीच खैबर पख्तूनख्वा के स्थानीय चुनावों में इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की हार सैना और सत्ताधारी पार्टी के बीच तकरार का स्पष्ट संकेत दे रही है। द सिंगापुर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की सेना और इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई का देश में इमरान खान की सरकार को बनाने में बढ़ा हाथ था। इमरान खान ने आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति की घोषणा में जानबूझकर देरी कर सेना को नीचा दिखाने की कोशिश की थी। इस साल की शुरुआत में ही सेना प्रमुख आईएसआई के प्रमुखों में बदलाव करना चाहते थे। सेना ने लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को नया आईएसआई प्रमुख घोषित किया था जबकि लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को पेशावर कोर कमांडर के पद से हटा दिया गया था। जनरल फैज हमीद ने सेना की ओर से चुनावी लड़ाई जीतने में इमरान खान की काफी मदद की थी। द सिंगापुर पोस्ट ने बताया कि इमरान खान को अब पंजाब में आने वाले स्थानीय चुनाव की चिंता है। पाकिस्तान में 2023 में होने वाले बड़े चुनाव में पंजाब के स्थानीय चुनाव के परिणाम अहम भूमिका निभाएंगे। साथ ही पंजाब चुनाव में सेना भी अहम भूमिका निभा सकती है।
भ्रष्टाचार के लिए जनता को जवाब दे इमरान खान
इकबाल ने आगे कहा कि मुर्री में आपदा की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने के बजाय सरकार वहां पर्यटन को बढ़ाने में व्यस्त है। उन्होंने आगे कहा कि न ही सरकार और न ही मुर्री प्रशासन ने घटनास्थल पर लोगों के बचाव के लिए कोई कार्रवाई की। आपको बता दें कि मुर्री में भारी बर्फीला तूफान आने से 20 से अधिक लोगों की अपनी कारों और सड़कों पर मौत हो गई। उन्होंने देश की देश की आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौता सरकार की अक्षमता और विफलता का दर्शाता है। उन्होंने पीटीआई सरकार के विदेशी फंडिंग मामले पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पीटीआई लाखों रुपये का हिसाब देने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि इमरान खान की सच्चाई सामने आ गई है और उन्हें अपने भ्रष्टाचार के लिए जनता को जवाब देना होगा।