इन तटों से टकराया चक्रवात मोचा, बिजली, वाई-फाई और गैस की सप्लाई तक ठप; अलर्ट पर ये इलाके
भीषण चक्रवाती तूफान मोचा (Mocha), जिसे मौसम विभाग ने कैटेगरी पांच स्तर का बताया, वह रविवार को बंगलादेश और म्यांमार के तटों से टकरा गया। इसके टकराने से भारी बारिश हुई और 195 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलीं। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मोहम्मद अजीजुर रहमान ने कहा है कि रविवार शाम तक चक्रवात कमजोर पड़ गया। बता दें कि चक्रवात मोचा ने जैसे ही रविवार को बांग्लादेश और म्यांमार के समुद्र तटों से टकराया, आपदा प्रबंधन बल के जवानों को पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट जारी कर दिया।
बंगाल के ये इलाके अलर्ट पर रखे गए
बताया जा रहा है कि, पुरबा पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों के तटीय इलाके हाई अलर्ट पर हैं। पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गोताखोरों सहित एनडीआरएफ की टीमों के साथ दीघा-मंदारमणि तटीय इलाके भी अलर्ट पर हैं। साथ ही विभाग ने लोगों को समुद्र के पास न जाने के लिए भी गाइडलाइन जारी की है।
दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश की संभावना
गौरतलब है कि चक्रवाती तूफान मोचा के कारण दक्षिण राज्यों का मौसम करवट ले सकता है और मौसम विभाग ने यहां बारिश की संभावना जताई है। चक्रवात को देखते हुए पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की आठ टीमों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही बांग्लादेश सरकार ने रविवार के लिए बहुत भारी वर्षा के पूवार्नुमान से जुड़ी एक भूस्खलन की आधिकारिक चेतावनी भी जारी की थी।
गैस की आपूर्ति निलंबित, बिजली और वाई-फाई भी ठप
वहीं बांग्लादेश में चक्रवात के कारण दो फ्लोटिंग एलएनजी टर्मिनलों से गैस की आपूर्ति निलंबित कर दी गई थी। अधिकारियों ने मोचा के कारण सभी शैक्षिक बोडरें के तहत सोमवार की माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र या एसएससी परीक्षाओं को निलंबित कर दिया है। अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद स्थिति की निगरानी कर रही हैं और चक्रवात से निपटने के निर्देश दे रही हैं। वहीं म्यांमार के सितवे क्षेत्र में बिजली और वाई-फाई कनेक्शन बाधित हो गए। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सितवे में बचाव दल ने कहा कि उन्हें बाढ़ में फंसे लोगों के संकटकालीन कॉल आ रहे हैं।