आगरा में मंदिर हटाने के विरोध में मुस्लिम भी आये सामने
उत्तर प्रदेश के आगरा में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर स्थित देवी मंदिर को हटाए जाने का विरोध कर रहे हिन्दूवादी संगठनों के पक्ष में मुस्लिम समाज के लोग भी खड़े हो गये हैं।
गौरतलब है कि इस स्टेशन के विस्तार में आ रही दिक्कतों के चलते मंडलीय रेल प्रबंधक ने मंदिर को शिफ्ट कर लेने का नोटिस दिया है। इसके अलावा आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर भी एक मजार को हटाने का नोटिस दिया गया है।
मंदिर को रेलवे स्टेशन से भी पुराना बताकर इसे हटाने के निर्णय का विरोध किया जा रहा है।
बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि रेलवे स्टेशन पर स्थित प्राचीन चामुंडा मंदिर को जबरन शिफ्ट करना मंजूर नहीं है और मंदिर हटाने के फैसले पर रेलवे प्रशासन को पुनर्विचार करने की जरूरत है।
आज सुबह भाजपा नेत्री शबाना खंडेलवाल के नेतृत्व में कुछ मुस्लिम समाज के लोग भी मंदिर के समर्थन में पहुंच गए। उन्होंने चामुंडा देवी मंदिर के दर्शन किये और मंदिर के पुजारी को अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि वे मंदिर पर बुलडोजर नहीं चलने देंगे और जरूरत पड़ी तो बुलडोजर के आगे लेटकर मंदिर की रक्षा करेंगे।
पिछली 10 अप्रैल को आगरा रेलवे मंडल ने एक नोटिस लगाया था कि रेलवे स्टेशन राजा की मंडी के प्लेटफार्म नंबर एक से मंदिर को हटा लिया जाए नहीं तो रेलवे प्राचीन चामुंडा मंदिर को हटाने का कार्य करेगा। उनका कहना था कि मन्दिर के कारण प्लेटफार्म पर बेहद कम जगह बची है और ट्रेनों के संचालन में दिक्कत आ रही है। आगरा रेल मंडल के प्रबंधक आनंद स्वरूप ने 25 अप्रैल को ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा कि यदि मंदिर नहीं हटता है तो राजा मंडी रेलवे स्टेशन का बंद होना सुनिश्चित है।