Murder in Mau : मऊ में हिस्ट्रीशीटर पूर्व ग्राम प्रधान की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या
सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढ़ुआगोदाम में शुक्रवार की सुूबह पूर्व ग्राम प्रधान शैलेंद्र यादव को बदमाशों ने गोली मार दी। गोली लगने के बाद घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहांं काफी प्रयास के बाद भी घायल को बचाया नहीं जा सका। डाक्टरों द्वारा शैलेन्द्र यादव की मौत की पुष्टि के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा था, वहींं पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया और आराम से फरार भी हो गए।
बढ़ुआगाेदाम के पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान हेमवंती देवी के पति शैलेंद्र यादव की बाइक सवार तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दीं। घटना शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे हुई। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारे बाइक से भाग निकले। गांव के पश्चिम-दक्षिण छोर पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण चल रहा था। प्रधान पति वहीं पुआल पर बैठकर निर्माण कार्य देख रहे थे तथा मजदूरों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। इसी बीच गांव के बाहरी तरफ से एक बाइक पर सवार तीन बदमाश आए और पूर्व प्रधान को लक्ष्य कर गोलियां चला दीं। एक गोली लगते ही प्रधान उठकर भागे तभी हमलावरों ने दौड़ाकर कई फायर किए, शैलेंद्र वहीं गिर पड़े। यह देख मजदूर भाग खड़े हुए। गोलियां मारने के बाद हमलावर भाग निकले। तब आसपास के लोग वहां पहुंचकर शैलेंद्र को उठाकर जिला अस्पताल ले आए, वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक सुशील घुले, अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी व अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए और घटनास्थल का निरीक्षण किए। थोड़ी ही देर में डाग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचा और जांच-पड़ताल में जुट गया।
मृतक हिस्ट्रीशीटर भी
मृत पूर्व प्रधान थाना सरायलखंसी का हिस्ट्रीशीटर भी था। आरटीआइ कार्यकर्ता बालगोविंद सिंह, दवा व्यवसायी घूरा गुप्ता हत्याकांड में आरोपित भी था। उस पर दोनों हत्याओं समेत कुल 10 मुकदमे दर्ज थे। अभी कुछ महीने पहले ही वह जेल से छूटकर बाहर आया था। स्वजनों ने हत्या का आरोप बालगोविंद व घूरा के पुत्रों पर लगाया है। वहीं पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में ले लिया है। वारदात के बाद से ही जिले में विभिन्न जगहों पर वाहानों की चेकिंग कर बदमाशों की तलाश की गई लेकिन दोपहर तक पुलिस को कहीं कामयाबी नहीं मिल सकी थी। वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर पुलिस टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।