ब्राजील के साथ कोवैक्सीन के सौदे में हुआ भ्रष्टाचार? कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से मांगा जवाब



कांग्रेस ने ब्राजील की ओर से कोवैक्सीन के आयात को निलंबित किए जाने का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार की हिस्सेदारी वाले इस टीके से संबंधित सौदे में अनियमितता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्री को जवाब देना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह सवाल भी किया कि जब टीकों के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी तो फिर भारत बायोटेक से जुड़े इस सौदे को जारी रखने की अनुमति कैसे दी गई?
इसके बाद भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि उसे अभी ब्राजील से टीका के लिए अग्रिम भुगतान नहीं हुआ है। हैदराबाद की दवा निर्माता कंपनी ने कहा कि कंपनी ने करार, नियामक मंजूरियों और आपूर्तियों के लिहाज से ब्राजील में भी उन्हीं नियमों का पालन किया, जिनका उसने दुनिया के अन्य देशों में कोवैक्सीन की सफल आपूर्ति के लिए किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ”भारत बायोटेक एक निजी कंपनी है और इसने आईसीएमआर के साथ मिलकर कोवैक्सीन का निर्माण किया था। आईसीएमआर के साथ इस कंपनी की साझेदारी की वजह से सरकार की भी भूमिका है। इसमें आम लोगों का पैसा लगा है। उन्होंने दावा किया, ”कोवैक्सीन ब्राजील में बहुत बड़े भ्रष्टाचार के घेरे में देखी जा रही है। वहां संसदीय जांच हो रही है। टीकों की खरीद के अनुबंध को निलंबित कर दिया गया है। ये आक्षेप कहीं न कहीं भारत सरकार तक पहुंचते हैं।”