‘लंदन में अब कुछ नहीं बचा हैै‘ 285 करोड़ का पेंटहाउस के नहीं बिकने पर परेशान अरबपति ने कही ये बात
एक अरबपति ने बेलग्राविया ‘लंदन‘ में 28 मिलियन पाउंड यानी 285 करोड़ रुपए में बिक्री के लिए रखे अपने पेंटहाउस के नहीं बिकने के बाद कहा है, ‘लंदन में कुछ नहीं बचा है।‘ नॉन डोमिसाइल स्टेटस समाप्त होने के बाद यूके से यूएई जा चुके अरबपति ने अपनी पहचान उजागर नहीं की है। दरअसल, बेलग्राविया लंदन के सबसे महंगे इलाकों में से एक है।
जहां एक ओर लंदन के बेलग्राविया के इस अरबपति का पेंटहाउस नहीं बिक पा रहा है, वहीं दूसरी ओर लंदन के पॉश इलाकों में भारतीयों की बल्ले बल्ले है। यहां पा्रॅपर्टी की बात करें तो लंदन में भारतवंशी अंग्रेजों से भी आगे हैं। यहां भारतीय कई सालों से रह रहे हैं और लंदन में भारतीय सबसे अधिक प्रॉपर्टी मालिकों में शामिल हैं।
लंदन के प्रॉपर्टी मालिक भारतीयों में कई पीढ़ियों से यूके में रह रहे लोग, ‘एनआरआई‘ अन्य जगहों पर रहने वाले निवेशक, शिक्षा के लिए यूके जाने वाले स्टूडेंट्स और परिवार शामिल हैं। भारतीयों के बाद लंदन में अंग्रेज और पाकिस्तानी सबसे अधिक प्रॉपर्टी मालिक हैं। लंदन बेस्ड रेजिडेंशियल डेवलपर ने यह जानकारी दी है। ये भारतीय निवेशक इंग्लैंड और भारत दोनों जगहों पर रह रहे हैं।
वैसे देखा जाए तो लंदन के पॉश इलाकों में प्रॉपर्टी के दाम बहुत ज्यादा हैं। बेलग्राविया भी लंदन का बहुत महंगा इलाका है। यह इलाका हरे भरे हाइड पार्क और बंकिंघम पैलेस गार्डन के पास है। यह अपने बढ़िया टाउनहाउस वाले रिहायशी इलाके, विदेशी दूतावास और महंगे होटलों के लिए जाना जाता है।
बकिंघम पैलेस रोड की उत्तर दिशा की गलियों में पारंपरिक पब, फ़ाइन डाइन रेस्टोरेंट और दुकानें हैं। बेलग्रेविया की सीमा में मौजूद चेल्सी इलाके के स्लोन स्क्वायर और नाइट्सब्रिज में अमीर लोग लग्ज़री चीज़ों की खरीददारी करते हैं।