लखीमपुर हिंसा पर राजनीति हुई तेज, किसानों के समर्थन में उतरे राहुल गांधी, बोले- न्याय के लिए किसानों की होगी जीत
किसानों का मुद्दा आखिरकार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी तक पहुंच गया। महीनों से दिल्ली में जारी कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन की आग अब यूपी में लगी हुई है। उपद्रव के बाद राजनीति भी तेज हो गई है। अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस मुद्दें पर एक फिर से किसानों के पक्ष में खड़े में हो गए हैं। उन्होंने कहा कि न्याय के लिए यह लड़ाई किसान जीतेंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रियंका गांधी को हिंसा के पीड़ितों से मिलने देने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग उनके साहस से डरते हैं।
राहुल बोले- मुझे पता है प्रियंका तुम पीछे नहीं हटोगी
राहुल ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के अन्य नेताओं को सोमवार को सीतापुर में हिरासत में लिया गया। इसके साथ कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि उन्हें हिंसा के पीड़ितों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। इसके साथ ही राहुल ने ट्वीट कर कहा,’प्रियंका, मुझे पता है कि आप पीछे नहीं हटेंगी। वे आपके साहस से डरते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि देश के ‘अन्नदाता’ न्याय के लिए इस अहिंसक लड़ाई को जीतें।’ बता दें कि राहुल गांधी ने हिंदी में किए एक ट्वीट में हैशटैग नो फियर (No Fear) भी प्रयोग किया।
उधर, प्रियंका गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा देश में किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा सरकार किसानों को कुचलने और उन्हें खत्म करने की राजनीति कर रही है।’ उन्होंने एक वीडियो संदेश भी डाला जिसमें आरोप लगाया गया कि यह देश किसानों का है न कि भाजपा का। साथ ही कहा कि वह हिंसक झड़पों में घायल किसानों के दर्द को साझा करने के लिए लखीमपुर जा रही थी और यह कोई अपराध या गलत काम नहीं था।
सांसद अजय मिश्र टेनी के बयान पर मचा बवाल
गौरतलब है कि बीते दिन लखीमपुर खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी के बयान से नाराज किसानों और मंत्री के समर्थकों की बीच हिंसा हो गई थी। इस दौरान नाराज किसानों ने मंत्री के समर्थकों की गाड़ियों को सड़क पर रोककर पथराव किया और आग लगा दी। इस बीच एक बेकाबू वाहन किसानों पर चढा। इसमें चार किसानों की मौत हो गई जबकि किसानों के हमले में चार भाजपा समर्थक मारे गए हैं।