छोटे बच्चों के लिए स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी ही है कोरोना संक्रमण से बचाव, तो ऐसे रखें उन्हें हेल्दी और सेफ
कोरोना संक्रमण जिस तरह से अब बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा है उसे देखते हुए जरूरी तैयारियां की जा रही हैं जिससे तीसरी लहर से बच्चों को बचाया जा सके, लेकिन सिर्फ इतना करना ही काफी नहीं होगा। पेरेंट्स की इस समय बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि वो बच्चों के खानपान का ध्यान रखें जिससे उनकी इम्यूनिटी अच्छी रहे। जिसमें खानपान का बहुत बड़ा रोल है। तो आइए जानते हैं बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए उनकी डायट में क्या-क्या शामिल किया जाए।
कलरफुल चीज़ों को करें खाने में शामिल
यहां कलरफुल से मतलब है अलग-अलग रंग की सब्जियां और फल। इनमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। दिन की शुरूआत सेब से करें, नाश्ते में अंडा, केला, उपमा, उत्तपम, पोहा जैसी चीज़ें सर्व करें। दिन में एक से दो फल उन्हें जरूर खिलाएं। ये सारी चीज़ें हेल्थ के पैरामीटर पर एकदम खरी हैं और इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है।
हल्दी वाला दूध जरूर पिलाएं
बच्चों को इंफेक्शन से बचाए रखने के साथ उनकी इम्यूनिटी भी बिल्ड करने का काम करता है हल्दी वाला दूध। तो नाश्ते या शाम को दिन में एकबार उन्हें हल्दी वाला दूध जरूर पीने को दें।
स्नैक्स में ड्राय फ्रूट्स खाने को दें
स्नैक्स में ऑयली, फैटी फूड्स की जगह काजू, बादाम, किशमिश, अखरोट, फ्लैक्स सीड्स, कद्दू और सूरजमुखी के बीज से उनका पेट भरने की कोशिश करें। विटामिन ई से भरपूर होते हैं जो एक बहुत ही जरूरी एंटीऑक्सीडेंट होता है। इससे इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है।
पैक्ड फूड्स से खुद भी और बच्चों को भी रखें दूर
झटपट खाना बनाने के चक्कर में अगर आप पैक्ड फूड्स का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं जो आज ही इस आदत को बदल डालें क्योंकि इसमे सैचुरेटेड फैटी एसिड, शर्करा और नमक की मात्रा ज्यादा होती है। साथ ही इसमें कई तरह के आर्टिफिशियल कलर भी मिक्स किए जाते हैं जो बच्चों की हेल्थ के लिए बिल्कुल भी सही नहीं।
खाना खाने का समय तय करें
हेल्थ और इम्यूनिटी को अच्छा रखने के साथ मोटापे और दूसरी बीमारियों से दूर रहना है तो खाना खाने का समय तय करें। इससे आप बेवजह कुछ भी खाने से बचेंगे। खाने के बाद तुरंत सोने न जाएं, हल्का-फुल्का मूवमेंट करने के बाद बिस्तर पर जाएं।
प्रो-बायोटिक्स से भरपूर चीज़ें दें खाने को
केला, प्याज, लहसुन, दही, छाछ जैसी चीज़ें उन्हें खाने को दें। इसमें गुड बैक्टीरिया होते हैं। यह आंत के जरिए खून में जाने वाले हानिकारक जीवाणुओं को कम करते हैं।