ओडिशा ट्रेन हादसे पर शुरू हो गई राजनीति, विपक्ष के नेताओं ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का मांगा इस्तीफा
नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक हादसे को हुए 12 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है। हादसा स्थल पर अभी भी चीख-पुकार मची हुई है। NDRF और सेना के जवान राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। इस हादसे में 233 लोगों की जान गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दुःख व संवेदना जताई है। शनिवार सुबह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हादसे वाली जगह पर पहुंचे और उन्होंने हालातों का जायजा लिया।
सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर- CPI सांसद
वहीं अब इस हादसे के बाद अश्विनी वैष्णव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दबी आवाज में विपक्ष अब उनका इस्तीफा मांग रहा है। सीपीआई सांसद बिनोय विश्वम ने कहा कि सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है। आम लोगों की रेलगाड़ियों और पटरियों की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में मौतें उसी का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
केंद्र सरकार सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही- अभिषेक बनर्जी
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों इंस्टाल किए जाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जनता को गुमराह करके राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों की बड़ी-बड़ी बातें कर रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है। सरकार आम नागरिकों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।