भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने की सीमा पार आतंकवाद की निन्दा
भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (आइबीएसए) के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने पाकिस्तान के परोक्ष संदर्भ में बुधवार को कहा कि आतंकवाद, खासकर सीमा पार से संचालित होने वालीं राज्य प्रायोजित आतंकी गतिविधियां वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए लगातार बहुत बड़ा खतरा बनी हुई हैं। यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की मेजबानी में हुई आइबीएसए के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की डिजिटल बैठक में उठा।
विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आइबीएसए एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय समूह के रूप में उभरा है। समूह के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की यह पहली बैठक थी। यह बैठक अगले आइबीएसए शिखर सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर हुई। वर्तमान में भारत इस समूह का अध्यक्ष है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘बैठक में शामिल अधिकारियों ने इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवाद, खासकर सीमा पार से संचालित होने वाला राज्य प्रायोजित आतंकवाद वैश्विक शांति एवं सुरक्षा के लिए लगातार बहुत बड़ा खतरा बना हुआ है और इससे एकीकृत प्रयासों से निपटा जाना चाहिए।’
मंत्रालय ने कहा कि तीनों देशों ने खुफिया सूचना साझा करने, संबंधित राष्ट्रीय एजेंसियों के बीच आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का संकल्प भी व्यक्त किया। बैठक में समुद्री सुरक्षा का मुद्दा भी उठा। मंत्रालय ने कहा कि त्रिपक्षीय आइबीएसएएमएआर समुद्री अभ्यास जल्द होगा।
इससे पहले मंगलवार को अजीत डोभाल ने ब्रिक्स देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों कीके साथ डिजिटल माध्यम से बैठक की थी। इस बैठक में रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल पेत्रुशेव, चीनी पोलित ब्यूरो के सदस्य यांग जेइची, ब्राजील के सुरक्षा अधिकारी जनरल ऑगस्टो हेलेना रिबेरो परेरा और दक्षिण अफ्रीका के उप राज्य सुरक्षा मंत्री नसेडिसो गुडएनफ कोडवा ने भाग लिया। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के एक हफ्ते बाद यह बैठक की गई थी।