भारत और कोलंबिया ने की वैक्सीन, दवाओं के विकास में सह-उत्पादन पर बातचीत
कोलंबिया की विदेश मंत्री मार्ता लूसिया रामिरेज ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और आइसीएमआर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टीकों और दवाओं के विकास में सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की संभावनाओं पर बातचीत की।विदेश मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। रामिरेज कोलंबिया की उप राष्ट्रपति भी हैं। वह तीन दिन की भारत यात्रा पर थीं। उन्होंने शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ विस्तृत बातचीत की, जिस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने पर पर विचार-विमर्श किया। मंत्रालय ने बताया कि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को रामिरेज से मुलाकात की और कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया, ‘रामिरेज ने टीकों और दवा उत्पादों के विकास में जैव प्रौद्योगिकी, सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में सहयोग को लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइएमसीएमआर) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी चर्चा की।’बाद में जैव प्रौद्योगिकी और चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए दो आशय पत्रों पर जैव प्रौद्योगिकी विभाग और आइसीएमआर ने अपने कोलंबियाई समकक्षों के साथ हस्ताक्षर किए।
रामिरेज कोलंबिया की उपराष्ट्रपति भी हैं। वे तीन दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंची। स्वास्थ्य और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञों और अधिकारियों का 48 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी रामिरेज के साथ आया है। भारत और कोलंबिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि हुई है। कोरोना के कारण आए व्यवधानों के बावजूद 2020-21 में 2.27 अरब डालर का व्यापार हुआ।
रामिरेज के आगमन से पहले कोलंबिया के स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा मंत्री लुइज फर्नांडो रुइज के नेतृत्व में एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने 27 से 30 सितंबर तक पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु का दौरा किया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने टीकों और दवा उत्पादों के विकास में सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के उद्देश्य से इन शहरों में उत्कृष्टता केंद्रों और दवा कंपनियों के परिसरों का दौरा किया।