प्लास्टिक ड्रम में रेलवे स्टेशन पर मिली लाश की गुत्थी सुलझी, पुलिस ने 3 लोगों को किया गिरफ्तार, मुख्य आरोपी समेत 5 लोग अभी भी फरार
बेंगलुरु: बेंगलुरु के एम विश्वेश्वरैया रेलवे टर्मिनल के गेट पर नीले रंग के प्लास्टिक ड्रम में मिली अज्ञात महिला की लाश की मिस्ट्री को रेलवे पुलिस ने सुलझा लिया है। इससे पहले भी इस तरह की 2 वारदातें हुई हैं, जिसके चलते ये कयास लगाए जाने लगे थे कि क्या ये सीरियल किलिंग तो नहीं है, लेकिन रेलवे पुलिस ने सोमवार की घटना में लिप्त 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर ये साफ कर दिया कि इन घटनओं का आपस में कोई कनेक्शन नहीं है। वहीं मृतक महिला की पहचान 27 साल की तमन्ना के रूप में हुई है, तमन्ना का कत्ल रविवार को बैंगलुरू में किया गया, उसके जान पहचान के लोगों ने ही इस अपराध को अंजाम दिया था।
तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस मर्डर में अब तक 8 लोगो के शामिल होने के बात सामने आई है जिनमें से तीन को पुलिस गिरफ़्तार कर लिया है, जबकि 5 अभी फरार हैं। तमन्ना और उसके सभी कातिल बिहार के अररिया जिले के रहने वाले हैं। हत्या के पीछे की वजह प्यार, रिश्ते और बेवफाई की उलझी हुई कहानी है। तमन्ना की शादी अररिया जिले में ही अफरोज से हुई थी। शादी के बाद उसकी मुलाकात अफरोज के ही चचेरे भाई इंतखाब से हुई दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। पिछले साल जून में तमन्ना ने अपने पति अफरोज को छोड़ दिया और वो इंतखाब के साथ बैंगलुरू आ गयी। यहां दोनों ने निकाह कर लिया, ये बात अफरोज और इंतखाब के घर वालों को खटक गई, इंतखाब का सगा बड़ा भाई नवाब भी बेंगलुरू में कुली का काम करता है।
परिवार में इस रिश्ते को लेकर नाराजगी के चलते, इंतखाब ने खुद को नवाब से दूर ही रखा था। ऐसे में नवाब खुद ही इंतखाब से मिलने उसके घर पहुंचा। उसने गांव में दोनो को ले कर हो रही बातों की चर्चा की और उसने दोनो के रिश्ते को स्वीकृति दे दी। नवाब ने दोनो को रविवार (12 मॉर्च) को अपने घर आने का न्योता दिया। भाई के व्यवहार से खुश हो कर इंतखाब रविवार को जब नवाब के कलासीपालिया इलाके में मौजूद घर पहुंचा तो नवाब ने वंहा अपने 7 और दोस्तों को बुला लिया, सभी ने मिल कर इंतखाब पर दवाब डाला कि वो तमन्ना को यंही छोड़ कर जाये क्योंकि इसकी वजह से पूरे परिवार की बेइज्जती हो रही है। नवाब ने कहा कि वो तमन्ना को वापस गांव भेजेगा। इतने लोगो के बीच इंतखाब के पास और कोई रास्ता नही था इसलिये वो राजी हो गया और वापस चला आया इंतखाब के जाते ही सभी लोगो ने मिल कर दुपट्टे से गला घोंट कर तमन्ना की हत्या कर दी। इसके बाद पहले से तैयार रखे गए प्लास्टिक के ड्रम में कपड़े से लपेट कर तमन्ना के शव को उस डब्बे में डाल कर पैक कर दिया गया।
रविवार रात करीब 10 बजे 4 लोग उस प्लास्टिक ड्रम को ले कर रेलवे स्टेशन पर छोड़ा
इस क्रम में उन्होंने तमन्ना के पैर की हड्डियों को भी तोड़ डाला, जिसके बाद रविवार रात करीब 10 बजे 4 लोग उस प्लास्टिक ड्रम को ले कर रेलवे स्टेशन पहुंचे और उसे प्रवेश द्वार पर छोड़ कर वापस लौट आये। अगले दिन तेज बदबू आने के बाद पुलिस ने ड्रम से तमन्ना की लाश को बरामद किया। जांच के क्रम में पुलिस को प्लास्टिक ड्रम पर जमाल का नाम लिखा मिला। इतना ही नहीं पुलिस को वो सीसीटीवी फुटेज भी मिल गयी, जिसमें वो लोग ड्रम को लाते नजर आ रहे थे।
इस मामले में एक साथ पुलिस की कई टीम काम कर रही थीं। बेंगलुरु के एवेन्यू रोड की दुकानों से ये पता चला कि बिहार के मजदूर इस तरह के ड्रम सामान रखने के लिये खरीदते हैं और ड्रम की पहचान के तौर पर वो इस पर नाम भी लिखते हैं। इसी आधार पर पुलिस नवाब और उसके साथियों के पते पर पहुंची। मोहल्ले के ही एक महिला ने बताया कि रविवार की रात उसने उन्हें ड्रम ले जाते देखा था।
पांच आरोपी अभी भी हैं फरार
इसी बीच इंतखाब को पता चला कि तमन्ना अब तक गांव नहीं पहुंची है तो वो तमन्ना को तलाशते हुये रेलवे स्टेशन पहुंचा। क्योंकि बिहार की ट्रेन वंहा से खुलती है। स्टेशन पर उसकी मुलाकात पुलिस से हुई और उसने अपनी आपबीती पुलिस को बताई, जिसके बाद कड़ियां मिलती गईं। पुलिस ने नवाब के घर दबिश दी और तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी नवाब सहित वारदात के वक्त वहां मौजूद पांच आरोपी अभी भी फरार हैं।