क्वाड देश आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई के पक्ष में, 26/11 की निंदा
क्वाड देशों के नेताओं ने मंगलवार को जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित अपने शिखर सम्मेलन के दौरान मुंबई पर 26/11 के आतंकवादी हमले सहित आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की स्पष्ट रूप से निंदा की तथा कहा कि वे ‘सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई’ करेंगे।
शिखर सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त बयान में स्पष्ट रूप से आतंकवादी गतिविधियों की निंदा की गई और कहा गया कि किसी भी आधार पर आतंकवादी कृत्यों का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। उन्होंने बयान में कहा गया,“हम भारत में 26/11 के मुंबई और पठानकोट हमलों सहित आतंकवादी हमलों की फिर से निंदा करते हैं।”
बयान में कहा गया,“हम फिर से पुष्टि करते हैं कि वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है, हम सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेंगे, जिसमें वे व्यक्ति और संस्थाएं शामिल हैं जिन्हें यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) प्रस्ताव 1267 (1999) के अनुसार नामित किया गया है।”
संयुक्त बयान के अनुसार, क्वाड देशों ने आतंकवादियों के छद्म हमलों को रोकने और आतंकवादी समूहों को किसी भी सैन्य, वित्तीय या सैन्य सहायता और रसद पहुचांने से इनकार करने पर जोर दिया, जिसका उपयोग वे सीमा पार हमलों सहित आतंकवादी हमलों को शुरू करने या योजना बनाने के लिए किया जा सकता है।
क्वाड देशों ने यूएनएससी के प्रस्ताव 2593 (2021) की भी पुष्टि की, जो मांग करता है कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल फिर कभी किसी देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को शरण देने या प्रशिक्षित करने या आतंकवादी हमलों की योजना या वित्त पोषण के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
बयान में कहा गया,“हम एफएटीएफ की सिफारिशों के अनुरूप, सभी देशों द्वारा धन शोधन विरोधी और आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने पर अंतरराष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हैं।”
बयान में कहा गया है, “हम एफएटीएफ की सिफारिशों के अनुरूप, सभी देशों द्वारा धन शोधन विरोधी और आतंकवाद के वित्तपोषण रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को बनाए जाने के लिए जोर देते हैं।