हैदराबाद: आज प्रधानमंत्री मोदी करेंगे स्टैच्यू आफ इक्वलिटी का अनावरण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) हैदराबाद (Hyderabad) में आज संत श्री रामानुजाचार्य की 216 फीट ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू आफ इक्वलिटी’ का अनावरण करेंगे। यह बैठी हुई मुद्रा में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा है। इस मामले में थाइलैंड स्थित बुद्ध की प्रतिमा सबसे ऊंची है।
302 फीट ऊंची है बुद्ध की प्रतिमा
बुद्ध की प्रतिमा की ऊंचाई 302 फीट है। संत श्री रामानुजाचार्य की प्रतिमा हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 45 एकड़ के भव्य मंदिर परिसर में स्थापित की गई है। मंदिर का निर्माण 2014 में शुरू हुआ था। प्रतिमा का निर्माण मिश्र धातु पंचलोहा से किया गया है। इसमें पांच धातुओं सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का प्रयोग किया गया है। प्रतिमा को 64 फीट ऊंचे आधार पर स्थापित किया गया है। इस आधार को भद्र वेदी नाम दिया गया है। इस भद्र वेदी में डिजिटल लाइब्रेरी और रिसर्च सेंटर बनाया गया है। यहां प्राचीन भारतीय ग्रंथों एवं संत श्री रामानुजाचार्य के कार्यो की जानकारी देती गैलरी भी है। संत श्री रामानुजाचार्य की एक प्रतिमा मंदिर के अंदर भी स्थापित की गई है। इसे 120 किलो सोने से तैयार किया गया है।
13 फरवरी को आंतरिक कक्षा का अनावरण
आंतरिक कक्षा का अनावरण 13 फरवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द करेंगे। इस पूरी परियोजना में 1,000 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसे भक्तों से मिले दान से ही पूरा किया गया।संत श्री रामानुजाचार्य ने उठाई थी समानता के लिए आवाजवैष्णव संत श्री रामानुजाचार्य का जन्म तमिलनाडु के पेरंबदूर में वर्ष 1017 में हुआ था। उन्होंने समाज के हर वर्ग को समान मानने का दर्शन दिया था। वह राष्ट्रीयता, लिंग, नस्ल, जाति या पंथ के आधार पर भेद के विरोधी थे। उन्होंने सभी प्रकार के भेदभाव को अस्वीकार करते हुए मंदिरों के द्वार सभी के लिए खोलने की पहल की थी। वह दुनियाभर के समाज सुधारकों के लिए समानता के प्रतीक माने जाते हैं।