सरकार व सिस्टम के खिलाफ गुरुवार को हुंकार भरेंगे सपाई जिला कार्यालय पर बैठक कर तैयार की रणनीति
( सिद्धार्थनगर )। प्रदेश की योगी सरकार की अगुवाई में पुलिस प्रशासन के मिलीभगत से भाजपाई जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने के लिए सूबे में आतंक मचा दिया था। इससे यह बात साबित हो गया है कि प्रदेश में लोकतंत्र एवं कानून का राज खत्म हो गया है। भाजपा सरकार के खात्मे के लिए सभी तहसील मुख्यालयों पर सपाई धरना प्रदर्शन कर घेराव करेंगे।
यह बांते समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बांसी लालजी यादव ने कहीं। वह मंगलवार को प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर भाजपा सरकार के खिलाफ आयोजित आंदोलन की सफलता के मद्देनजर पार्टी के जिला कार्यालय पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इटवा में जिस तरह से ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान समाजवादी संत पूर्व विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के हाथों से पुलिस के शह पर पर्चा फांडने का कृत्य किया गया है। इससे पूरे प्रदेश के सपाई आहत है। इस अपमान का बदला अवश्य लिया जाएगा। मुख्य अतिथि पूर्व राज्य सभा सदस्य आलोक तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा जी प्रदेश के सीएम है। कहते हैं बहू बेटियों का मान सम्मान बढ़ा हैं। वहीं उनके पार्टी के सरकारी गुंडे पुलिस के मौजूदगी में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान एक महिला का जिस प्रकार से चीरहरण किया है। पूरे प्रदेश की जनता आक्रोशित है। जो भी सरकार महिलाओं के ऊपर अत्याचार करेगी। उसका सफाया तय हो गया है। 2022 में अखिलेश यादव की अगुवाई में जनता सूबे में सरकार बनाने जा रहीं हैं। सपा की सरकार बनते ही चिन्हित पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। एक एक कर हिसाब लिया जाएगा। इस दौरान पूर्व विधायक विजय पासवान, जमील सिद्दीकी, वीरेंद्र तिवारी, तौलेश्वर निषाद, जुबैदा चौधरी, अयोध्या साहू, महा सचिव कमरुजमा खान, विजय यादव, जोखन चौधरी, केपी कन्नौजिया, अंबिकेश श्रीवास्तव, सब्बू सलीम, राम सेवक लोधी, घनश्याम जायसवाल, शैलेंद्र शर्मा आदि ने संबोधित किया। चंद्र जीत यादव, अभिषेक त्रिपाठी, रामू यादव, नन्हे दुबे, लवकुश साहनी, अनूप त्रिपाठी, हरि नारायण यादव, अब्दुल कलाम सिद्दीकी, एसके मेंहदी व रोहित श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।