गोरखपुर जोन के सौ बदमाशों पर लगा रासुका, 154 करोड़ की सम्पत्ति जब्त Gorakhpur News
गोरखपुर जोन की पुलिस ने चार साल के भीतर 100 बदमाशों और माफियाओं के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) की कार्रवाई कर चुकी है। 1054 पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर 3239 लोगों को गिरफ्तार किया है। भय कारित कर जुटाई गई 154 करोड़ की सम्पत्ति को जब्त कराया है।
देवीपाटन रेंज में हुई सबसे ज्यादा कार्रवाई
20 मार्च 2017 से 31 जनवरी 2021 तक गोरखपुर जोन में 100 बदमाशों और माफिया पर रासुका की कार्रवाई की गई। कार्रवाई में जोन का देवी पाटन परिक्षेत्र सबसे आगे रहा है। यहां के गोंडा जिले में सबसे ज्यादा 33 बदमाशों पर रासुका की कार्रवाई हुई, बहराइच में 27, बलरामपुर और श्रावस्ती में पांच- पांच पर रासुका की कार्रवाई हुई। इन चार जिलों से ही 70 लोगों पर रासुका लगाया गया। बस्ती परिक्षेत्र में संतकबीरनगर जिले से दो पर रासुका की कार्रवाई वहीं गोरखपुर परिक्षेत्र से 28 पर रासुका लगाया गया जिसमें गोरखपुर जिले से 11, देवरिया से 10 और महराजगंज से सात के खिलाफ कार्रवाई शामिल है।
एडीजी जोन दावा शेरपा ने कहा कि गुंडों-माफियाओं पर शिकंजा कसने की कार्रवाई जारी रहेगी। बदमाशों द्वारा अर्जित की गई सम्पत्ति का विवरण जुटाया जा रहा है। जोन में 1054 गैंगेस्टर एक्ट मुकदमा दर्ज कर 3239 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर 154 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति जब्त करा चुकी है।
जेल में गुटबाजी कर रहे दो बंदियों को देवरिया जेल भेजा गया
गोरखपुर जेल में गुटबाजी कर रहे दो बंदियों के प्रशासनिक आधार पर देवरिया जेल भेजा गया है। आजमगढ़ का रहने वाला बंदी ड्रग तस्करी और गुलरिहा का रहने वाला बदमाश गैंगस्टर में बंद है। जेलर ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
आजमगढ़ के जेहरापिपरी निवासी प्रिंस जायसवाल पर ड्रग तस्करी का केस दर्ज है। 11 मई 2019 से वह गोरखपुर जेल में था। गुलरिहा के मंगलपुर का रहने वाला अजय यादव गैंगेस्टर का आरोपित है। 19 दिसंबर 2020 को वह जेल में आया था। दोनों ही जेल में गुटबाजी कर रहे थे। जानकारी होने पर जेलर ने दोनों की रिपोर्ट भेजी गई थी। रिपोर्ट के आधार पर दोनों को देवरिया जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि जेल के अंदर सारी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई और कैदी, बंदी का नाम सामने है जिन्हें दूसरे जेल भेजा जा सकता है। जेलर प्रेम सागर शुक्ल ने बताया कि दोनों का प्रशासनिक आधार पर देवरिया जेल भेजा गया है।
पैरोल पर छूटे 11 कैदी लौटे जेल, नौ की चल रही तलाश
पैरोल पर रिहा हुए 11 और कैदियों ने जेल में आमद करा ली है। अब केवल नौ कैदी लापता हैं, जिनकी तलाश चल रही है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिला कारागार में निरुद्ध 26 कैदियों को आठ सप्ताह के पैरोल पर रिहा किया गया था। जिसमें बिहार के सिवान, गोपालगंज, दिल्ली, नोएडा, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बहराइच , बाराबंकी आदि के रहने वाले कैदी थे। पैरोल की अवधि दो बार बढ़ाई गई। शासन ने 14 नवम्बर 2020 को पैरोल खत्म कर कैदियों को वापस जेल आकर आमद कराने को कहा था। जिसके बाद तीन कैदी तो जेल में आमद करा लिए लेकिन बाकी वापस नही आये। सख्ती दिखाने पर कुछ दिन बाद तीन अन्य लोग भी वापस आए। मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू होने की खबर मिलने पर शनिवार तक 11 और कैदियों ने जिला कारागार में आमद करा लिया।