Google, कंपनी कर रही बड़ी तैयारी, सर्च करने के लिए देने होंगे पैसे
Google दुनियाभर के करोड़ों यूजर्स को बड़ा झटका देने वाला है. यूजर्स को गूगल पर कुछ भी सर्च करने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं. गूगल ऐसे AI इनेबल्ड सर्च फीचर पर काम कर रहा है, जिसके लिए वो यूजर्स से चार्ज कर सकता है. गूगल यूजर्स को सर्च में जेनरेटिव AI एक्सपीरियंस देने की प्लानिंग कर रही है. गूगल अपनी वेब सर्विस और ऐडवर्टिजमेंट के जरिए रेवेन्यू जेनरेट करता है. गूगल यूजर्स को कुछ भी फ्री में सर्च करने का विकल्प देता है. यूजर्स गूगल पर कुछ भी फ्री में सर्च कर पाते हैं.
क्या गूगल सर्च के लिए देने होंगे पैसे?
गूगल सर्च से कंपनी की बड़ी कमाई होती है, लेकिन ChatGPT के आने के बाद कंपनी को अपने बिजनेस पर एक डर नजर आया. इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च हुए लगभग डेढ़ साल हो चुके हैं और अब कंपनी अपने बिजनेस मॉडल में एक बड़े बदलाव पर विचार कर रही है. ये दिखाता है कि कंपनी AI को लेकर किस दिशा में सोच रही है. Google उन विकल्पों को तलाश रहा है, जिससे AI फीचर्स को प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के साथ जोड़ा जा सके. कंपनी Gemini AI असिस्टेंट का फीचर पहले से ही Gmail और डॉक्स के साथ दे रही है. ये जानकारी मामले से जुड़े तीन लोगों के हवाले से दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियर्स इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं, लेकिन कंपनी एक्जीक्यूटिव्स अभी तक इस पर अंतिम फैसला नहीं ले पाए हैं. हालांकि, कंपनी का ट्रेडिशनल सर्च इंजन पहले की तरह ही फ्री रहेगा. वहीं कंपनी सब्सक्राइबर्स को भी ऐड दिखाने पर विचार कर रही है. ध्यान रहे कि ये पहला मौका है, जब कंपनी अपनी सर्विस को पेड करने पर विचार कर रही है.
Search Generative Experience
गूगल के इस बिजनेस मॉडल को लेकर एक सर्वे किया गया, जिसमें 70 प्रतिशत यूजर्स चाहते हैं कि वो फ्री में सर्च फीचर का इस्तेमाल करेंगे. वहीं, गूगल के सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस (SGE) के लिए केवल 30 प्रतिशत यूजर्स ही खर्च करना चाहेंगे. गूगल के इस AI इनेबल्ड सर्च फीचर के जरिए यूजर्स को बेहतर सर्च एक्सपीरियंस मिल सकता है. हालांकि, गूगल का यह फीचर फिलहाल एक्सपेरिमेंटल फेज में है. इसे कब लाया जाएगा, यह भी कंफर्म नहीं है. गूगल की यह तैयारी बता रही है कि टेक्नोलॉजी कंपनियां अब यूजर्स से हर उस सर्विस के लिए चार्ज करेगी, जो उन्हें फ्री में मिल रहा था.