पूर्व सांसद पप्पू यादव ने खराब तबीयत के चलते जेल ना भेजने की लगाई गुहार, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
पटना। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पप्पू यादव ने मजिस्ट्रेट से खराब तबीयत का हवाला देते हुए उन्हें जेल ना भेजने की गुहार लगाई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू यादव ने कहा, ‘ये समय जिंदगी बचाने का है। अब सब आप सभी लोगों पर है, लेकिन मेरी विनती है कि मुझे डॉक्टरों के बीच ही रखा जाए। कहीं कोई अस्पताल या सदर अस्पताल में ही रख दिया जाए। मेरी स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है।
बता दें कि कोरोना काल में लॉकडाउन के उल्लंघन मामले में पप्पू यादव को मंगलवार को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में तीन दशक पुराने मामले में उन्हें मधेपुरा जेल भेज दिया गया। रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया। पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया। कोर्ट के कर्मचारी अपने कार्यालय पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की पेशी हुई।
न्यायिक दंडाधिकारी सुरभि श्रीवास्तव ने पूर्व सांसद को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बीरपुर (सुपौल) जेल भेज दिया और बेहतर इलाज की व्यवस्था का भी आदेश दिया। इससे पहले मधेपुरा में पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘मुझे भाजपा के इशारे पर गहरी साजिश के तहत जेल भेजा जा रहा है। मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि आखिर जो मामला हाई कोर्ट में लंबित है, उस मामले में कोरोना काल मे गिरफ्तारी क्या जरूरी थी?’