एक ही मच्छर शरीर में फैला रहा है डेंगू और चिकनगुनिया, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है. हर दिन तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है.इस बदलते मौसम में तमाम बीमारियां घेर लेते हैं. चिकनगुनिया और डेंगू के मामले भी काफी तेजी से बढ़ जाते हैं. एक रिसर्च सामने आई है, जिसके बाद मेडिकल डिपार्टमेंट भी अलर्ट हो गया है. इस रिसर्च में बताया गया है कि एडीज एजिप्टी मच्छर एक ही समय में डेंगू और चिकनगुनिया दोनों वायरस ले जा रहा है, जिसके कारण शहर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में दोनों ही बीमारियों के काफी मामले सामने आ रहे हैं. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) वायरोलॉजी विभाग की रिसर्च टीम ने ही इसका खुलासा किया है.
इस स्टडी ने खतरे को दोगुना बढ़ा दिया है. डेंगू और चिकनगुनिया दोनों ही घातक होता है. अगर समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो व्यक्ति की मौत तक हो जाती है. दोनों विषाणुओं को एक साथ ले जाने वाले मच्छर के कारण लोगों को डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के सह-संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. यह निष्कर्ष शहर में 2022 में अब तक चिकनगुनिया के 101 मामलों के बाद आया है जोकि छह साल के उच्च स्तर में हैं. इसके अलावा डेंगू के 839 मामले सामने आए हैं.
एक ही मच्छर ने दोनों को चौंकाया
वायरोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख राधाकांत राठो ने कहा कि इस मौसम के दौरान एडीज मच्छर डेंगू या चिकनगुनिया के मामले एक ही मच्छर के काटने से आ रहे हैं.अध्ययन में पाया गया कि दोनों बीमारियों वाले मच्छर के काटने से दोनों बीमारियां बढ़ रही हैं. उन्होंने बताया कि डेंगू वायरस (DENV) और चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) से होता है, जिसके परिणामस्वरूप मनुष्यों में एक समवर्ती वायरल संक्रमण हो सकता है.
डेंगू और चिकनगुनिया दोनों बीमारी फैलाता है ये एडीज
रिसर्च टीम ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के वायरस मच्छर में एक साथ प्रतिकृति बनाने में सक्षम हैं. लार के माध्यम से एक ही मच्छर के काटने में दोनों वायरस के संक्रामक कणों को शरीर में फैलाने की क्षमता रखते हैं. राठो ने कहा कि यह देखा गया है कि एडीज एजिप्टी डेंगू रोग के फैलाव के लिए प्राथमिक वेक्टर प्रजाति होती है. इसी तरह, वही मच्छर चिकनगुनिया वायरस को प्रसारित करने की क्षमता भी रखता है. कभी- कभी मच्छर दोनों संक्रमणों को एक साथ भी फैला देता हैं.
दिन के समय ही काटता है मच्छर
डॉक्टर ने आगे कहा कि यह मच्छर आम तौर पर दिन में काटता है और इंसानों के घरों के आसपास प्रजनन करना पसंद करता है. पिछले वर्षों में चिकनगुनिया वायरस मुख्य रूप से एक संक्रमित मच्छर के काटने से एक व्यक्ति में फैलता था. मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी और एडीस अल्बोपिक्टस जो केवल चिकनगुनिया वायरस ही फैलाते थे महामारी की अवधि के दौरान मनुष्य वायरस का प्राथमिक मेजबान होता है और मच्छर तभी संक्रमित होते हैं. लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के तीन से सात दिन बाद शुरू होते हैं.