हो गया खुलासा! Manoj Muntashir ने यहां से कॉपी किए Adipurush के हनुमान जी वाले डायलॉग
प्रभास, सैफ अली खान और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ बीते शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। आज फिल्म को रिलीज हुए एक हफ्ते पूरे हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी फिल्म को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया पर फिल्म के डायलॉग और सीन्स को लेकर बवाल मचा हुआ है। लोग फिल्म के निगेटिव रिव्यू दे रहे हैं। इसी बीच कई बड़े स्टार्स ने भी ‘आदिपुरुष’ मेकर्स की क्लास लगा दी। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक नई जंग छिड़ गई है, जिसमें मनोज मुंतशिर को ट्रोल करने वाले कुमार विश्वास का एक पुराना वीडियो साझा कर रहे हैं।
मनोज पर लग रहे आरोप
मनोज मुंतशिर पर लगातार फिल्म के डायलॉग कॉपी करने के आरोप लग रहे हैं। हनुमान जी का डायलॉग जिसे लेकर सबसे ज्यादा विरोध हो रहा था उसे ही कॉपी करने का आरोप मनोज मुंतशिर पर लग रहा है। कहा जा रहा है कि उन्होंने कवि कुमार विश्वास की कुछ पंक्तियों से ये डायलॉग कॉपी कर लिया है। साथ ही कहा जा रहा है कि इसमें थोड़ा बदलाव कर के परोसा गया है। वैसे बता दें, फिल्म मेकर्स ने विवादित डायलॉग्स में बदलाव कर दिए हैं।
क्या था विवादित डायलॉग
वैसे पहले हम आपको बताते हैं कि बदला गया विवादित डायलॉग था क्या? इंद्रजीत हनुमान की पूंछ में आग लगाकर हनुमान जी से पूछता है, ‘जली न?’ इस पर हनुमान जी का रिएक्शन डायलॉग आता है, ‘कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की।’ जी हां, इसी डायलॉग को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर बहस झेड़ दी कि मनोज मुंतशिर ने डायलॉग चोरी किए हैं। लोग अपने ट्वीट में कुमार विश्वास का एक पुराना वीडियो शेयर कर रहे हैं।
आखिर कुमार विश्वास ने क्या कहा था?
ऐसे में अब हम आपको बताते हैं कि कुमार विश्वास ने क्या कहा था। कुमार का ये वीडियो किसी कॉलेज इवेंट का है, जहां वो कह रहे हैं, ‘एमबीए सिखाता है कि आप मिनिमम इनपुट से मैक्सीमम आउटपुट निकालिए। हनुमान इसका अच्छा उदाहरण हैं। भगवान राम ने उन्हें भेजा कि जाओ लंका में, मेरा विजिटिंग कार्ड देकर आओ। उनकी पूंछ पर कपड़ा बांधा गया। कपड़ा किसका था रावण का, मिट्टी का तेल किसका था? जली किसकी?’
पहले भी लगा है आरोप
बता दें, इस पर अब तक कुमार विश्वास की ओर से कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। वहीं मनोज मुंतशिर पर ऐसे आरोप लगना कोई नई बात नहीं है। उन पर इस रह के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। उनकी एक किताब ‘मेरी फतरत है मस्ताना’ मार्केट में आई थी, जिसके बाद भी उनका विरोध हुआ था और कहा गया था कि इसमें लिखी एक कविता के कुछ अंश कॉपी किए गए हैं।