स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत से बिहार के टीएफआर में आ रही कमी : मंगल पांडेय
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज कहा कि प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर एवं कुल प्रजनन दर (टीएफआर) को कम करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग का निरंतर प्रयास जारी है और यह स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत का परिणाम है कि पिछले वर्षों में विभाग को इसमें लगातार सफलता मिल रही है।
श्री पाडेय ने मंगलवार को यहां कहा कि प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर एवं टीएफआर को कम करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग का निरंतर प्रयास जारी है और यह स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत का परिणाम है कि पिछले वर्षों में विभाग को इसमें लगातार सफलता मिल रही है। इसको ध्यान में रखते हुए 11 मई को राज्य स्तरीय परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर वार्षिक समीक्षात्मक कार्यशाला के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को मंत्री श्री पांडेय के द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के टीएफआर में कमी लाना भी है। इस दिशा में बिहार को पिछले कुछ सालों में सफलता मिली है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत इच्छुक लोगों को परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराने एवं इसकी जरूरत पर समुदाय को जागरूक करने पर पूरा बल दिया जा रहा है। वर्ष 2005 में जहां टीएफआर 4.2 फीसदी था वहीं वर्तमान में यह तीन फीसदी पर आ गया है। आने वाले दिनों में इसे दो फीसदी लाने पर विभाग का लक्ष्य है। इसको लेकर परिवार नियोजन कार्यक्रम को प्रभावी रूप से राज्य में क्रियान्वित किया जा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि इस अवसर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम आगे बढ़ाने वाले प्रमंडल और जिले के स्वास्थ्यकर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा। इसके अलावा इसी दिन आयोजित वार्षिक समीक्षात्मक कार्यशाला एवं अपडेट ऑन टेक्निकल मैनुअल पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण का आयोजन किया गया है। इसमें परिवार नियोजन की दिशा में और बेहतर करने एवं परिवार नियोजन के साधन और उसकी कार्य पद्धति पर भी चर्चा की जाएगी। कार्यशाला में क्षेत्रीय अपर निदेशक, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, क्षेत्रीय आशा समन्वयक, परिवार कल्याण नोडल पदाधिकारी एवं परिवार कल्याण सलाहकार भाग लेंगे।