Defence Minister Rajnath Singh Lucknow Visit : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देखी लखनऊ में विकास कार्य की रफ्तार
लखनऊ, जेएनएन। रक्षामंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने सोमवार को राजधानी में कराए जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। सबसे पहले रक्षामंत्री किसान पथ पर गए और यहां 11 किमी. किसान पथ का निरीक्षण किया। किसान पथ के अधूरे कार्य को बीस दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए। उद्देश्य है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिवस (25 दिसंबर) पर किसान पथ का संचालन आम जन के लिए शुरू कर दिया जाए।
वहीं, बीच मं सेतु निगम द्वारा बनाए गए फ्लाईओवर पर रूककर रेलवे द्वारा प्रस्तावित ट्रैक के बारे में भी रेलवे के चीफ इंजीनियर एसके सापरा से जानकारी ली, रेलवे द्वारा डबल डेकर के लिए नया ट्रैक बनाया जाएगा, जो भविष्य में पूर्वांचल से दिल्ली आने व जाने वाली ट्रेनों के लिए नया कॉरिडोर होगा। रक्षामंत्री ने टेढ़ी पुलिया पर बन रहे ढाई किमी लंबे फ्लाईओवर पर चल रहे कार्य को भी देखा। इस फ्लाईओवर के कार्य को खत्म करने की तिथि 26 फरवरी 2021 में निर्धारित की है। इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लालकुआं से प्रारंभ होकर बांसमंडी चौराहे और नाका चौराहे के ऊपर गुजरने वाले डेढ़ किमी. लंबे व तीन लेन फ्लाईओवर पर पैदल भी चले। हालांकि, इस फ्लाईओवर पर आवागमन शुरू कर दिया गया है और इसका लोकार्पण भी हो चुका है, लेकिन लोकार्पण के समय रक्षामंत्री मौजूद नहीं थे, इसलिए उसको भी देखने पहुंचे थे।
रक्षा मंत्री को किसान पथ के बारे में बताया गया कि सुलतानपुर मार्ग से अयोध्या मार्ग से बीच नहर के दोनों और तीन-तीन लेन के इस मार्ग को तैयार किया गया है। इसकी लंबाई 10.11 किमी है, और इसके निर्माण पर 297 करोड़ की लागत से लोक निर्माण विभाग द्वारा काम पूरा करा दिया गया है। वहीं, उत्तर रेलवे की लखनऊ बाराबंकी रेलवे लाइन गुजरती है, यहां भी रेल सेतु का निर्माण, रेल विभाग द्वारा किया जा रहा है और अगल बगल एप्रोच सड़क का निर्माण सेतु निगम द्वारा किया गया है। सेतु निगम व रेलवे द्वारा किए गए कार्यों की लागत करीब 360 करोड़ आई है। पालीटेक्निक और मुंशी पुलिया होते हुए टेढ़ी पुलिया क्रासिंग (कुर्सी रोड) का निरीक्षण करने के दौरान प्रोजक्ट देख रहे एन राम ने बताया कि क्या काम हो गए हैं और क्या अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि 25 हजार से ऊपर वाहन यहां से गुजरते हैं। दिन पर दिन वाहनों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए ढाई किमी लंबे फ्लाईओवर पर पचास पचास मीटर लंबे स्टील के 12 गर्डर भी चढ़ाए गए हैं। अभियंताओं ने इस पुल का पूरा होने में कम से कम दो माह और लगने की बात कही। यह फ्लाईओवर बनने से एनएच 24 की ओर से होकर टेढ़ी पुलिया, कुकरैल, फ्लाईओवर और मुंशी पुलिया जाने वाले वाहनों की गति में बहुत तेजी आएगी।
क्लवर लीफ से 42 हजार वाहनों का ट्रैफिक होगा कम
किसान पथ को सुलतानपुर रोड से जोड़ने के लिए 1.7 और 1.2 मीटर लंबे और सात मीटर चौड़े लिंग मार्ग का निर्माण 24 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि दिसंबर के अंत तक यह काम भी पूरा हो जाएगा। यही नहीं आउटर रिंग रोड के अयोध्या मार्ग से सुलतानपुर रोड के मुध्य ट्रैफिक भी चलने लगेगा। वहीं, सुलतानपुर रोड पर आउटर रिंग रोड की क्रासिंग के ऊपर क्लवर लीफ का निर्माण प्रांरभ हो चुका है। यहां से प्रतिदिन 42 हजार वाहनों का संचालन होगा, ऐसे इसे डिजाइन किया गया है।
आउटर रिंग रोड पर 22 किमी. नहर बनी आकर्षण का केंद्र
आउटर रिंग रोड के एलाइनमेंट में लगभग 22 किमी. लंबी नहर पटरी का प्रयोग सर्विस रोड के अतिरिक्त नहर पटरी का किया गया है। किसान पथ का आकर्षण यह भी है कि यह नहर के दोनों ओर चलती हुई गोमती नदी और एक्वाडक्ट के ऊपर से गुजरती है और मार्ग में नहर का पूरा दृश्य भी मिलता है।
तुलसीदास मार्ग पर बन रहा फ्लाईओवर जल्द बनेगा
सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि तुलसीदास मार्ग पर 135 करोड़ की लागत से 2.5 किमी लंबे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि आउटर रिंग रोड, सात फ्लाईओवर और लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे कार्य मार्च 2021 तक खत्म होने की उम्मीद है।
एक नजर में आउटर रिंग रोड के बारे में जानकारी
- आउटर रिंग रोड की लंबाई : 94 किमी.
- किसान पथ : 11 किमी.
- आउटर व किसान पथ मिलाकर : 105 किमी.
- बड़े ब्रिज : चार
- छोटे ब्रिज : 42
- रेलवे ओवर ब्रिजों की संख्या : पांच
- फ्लाईओवर की संख्या : आठ
- वैकुलर अंडर पास (वीयूपी) की संख्या : 26
- पैड्रेस्ट्रल यानी पैदल निकलने के लिए अंडर पास की संख्या : तीन
- क्लवर्ट यानि पुलिया की संख्या : 150