देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मिक्स डोज की स्टडी को मिली मंजूरी, कोरोना पर होगा दोहरा वार
देश में कोरोना महामारी के बीच टीकाकरण अभियान तेजी से जारी है। इस बीच देश में टीकाकरण को लेकर एक और अच्छी खबर आ रही है। सरकार की ओर से देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मिक्स डोज की स्टडी के लिए DCGI ने मंजूरी दे दी है। भारत के औषधि महानियंत्रक ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड की मिक्स डोज पर एक अध्ययन करने की अनुमति दी है।
माना जा रहा है कि Covishield and Covaxin की मिक्स डोज कोरोना वायरस पर अधिक असरदार साबित होगी। पिछले दिनों इसको लेकर मंजूरी की अनुमति मांगी गई थी।
भारत ने अभी तक चार टीकों को मंजूरी दी गई है। भारत में एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड, भारत में ही तैयार भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, रूस की स्पूतनिक वी। इसके अलावा जानसन एंड जानसन को मंजूरी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, देश में इसी हफ्ते पांचवीं वैक्सीन, जायडस कैडिला की वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। लेकिन देश में दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सिन का इस्तेमाल ही सबसे ज्यादा हो रहा है। बता दें कि देश में जनवरी से टीका लगाए जाने का काम शुरु हुआ है। शुरू में पहले स्वास्थ्यकर्मियों फिर बुजुर्गों को टीका दिया गया। अब देश में 18 साल से ज्यादा के सभी लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषषद ([आइसीएमआर)] ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मिक्स डोज पर अध्ययन किया तो नतीजे हैरान करने वाले मिले। यह पाया गया कि जिन लोगों को एक डोज कोविशील्ड की और दूसरी कोवैक्सीन की लगाई थी उन लोगों के शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता उन लोगों की तुलना में ज्यादा थी, जिन्हें दोनों डोज कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दी गई थी। यानी मिक्स डोज ज्यादा कारगर पाई गई। इससे मिक्स डोज को लेकर दुनिया भर में किए जा रहे अध्ययनों को बल मिला है।