Covid के नए वैरिएंट से शेयर बाजार बुरी तरह धड़ाम, रिकॉर्ड हाई से नीचे आने पर निवेशकों के 14 लाख करोड़ डूबे
Sensex-Nifty की शुक्रवार को शुरुआत बेहद खराब रही। BSE का मेन इंडेक्स 541 अंक नीचे 58,254 पर खुला। दोपहर 2:00 बजे 1500 से ज्यादा अंक का गोता लगा गया। खबर लिखे जाने तक 30 शेयरों के सूचकांक में Tata Steel, IndusInd Bank समेत 3 शेयरों में 5 फीसद से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। मारुति समेत बाकी शेयरों में 4 फीसद से ज्यादा की गिरावट रही। उधर, Nifty भी 460 अंक नीचे कारोबार कर रहा था। 19 अक्टूबर को Sensex ने 62000 से ऊपर का All time High बनाया था। उस तारीख से अब तक मार्केट 8 फीसद कमजोर हुआ है। इससे अब तक निवेशकों के 14 लाख करोड़ डूब चुके हैं।
शेयर इंडिया के वीपी डॉ. रवि सिंह के मुताबिक Covid के दोबारा पैर जमाने की आशंका से एशियाई बाजारों में जमकर बिकवाली हो रही है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है। इससे दुनियाभर में नई पाबंदी लागू होने का अंदेशा है। सिंह के मुताबिक दुनियाभर के कई देश वैसे भी कमरतोड़ महंगाई झेल रहे हैं और अगर नए सिरे से Lockdown लगा तो ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी की कोशिश बेकार हो जाएगी।
सिंह के मुताबिक FII को निफ्टी से अच्छा रिटर्न मिला है। बीते साल ऐसा सिनारियो नहीं था। साल खत्म होने के साथ FII और रिटेल इन्वेस्टर अपनी पोजिशन शॉर्ट कर रहे हैं। इससे मुनाफावसूली का दौर चल पड़ा है। Nifty को 16800 के स्तर पर समर्थन मिलेगा जबकि Sensex 55000 का स्तर टच करेगा।
गुरुवार का हाल
गुरुवार को सुबह बाजार गिरने के बाद इसके बंद होते-होते सेंसेक्स में सुधार हुआ था और यह 454 अंक ऊपर 58,795 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में सबसे अधिक शेयर IndusInd बैंक के गिरे, जिसके शेयर में 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई थी। इसके अलावा, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, एचयूएल, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी के शेयर भी गिरे थे। दूसरी ओर, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक बैंक और इंफोसिस के शेयर ऊपर चढ़े। Nifty 50 इंडेक्स भी 121 अंक ऊपर 17536 पर बंद हुआ था।
बुधवार को शेयर बाजार
शेयर बाजार में बुधवार को कारोबार के आखिरी घंटे में की गयी बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स 323 अंक से अधिक लुढ़क गया था। मुख्य रूप से इन्फोसिस, रिलायंस और एचडीएफसी में नुकसान से बाजार में गिरावट आई थी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान ज्यादातर समय बढ़त में था। पर अंत में यह बिकवाली दबाव से 323 यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,340 अंक पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88 अंक यानी 0.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,415 अंक पर बंद हुआ था। एशिया के अन्य बाजारों में भी गिरावट रही। अमेरिका में बांड प्रतिफल बढ़ने और अमेरिका तथा अन्य देशों के कच्चे तेल के दाम में कमी लाने के लिये उठाये गये कदमों से वैश्विक स्तर पर कीमतों में उतार-चढ़ाव से यह गिरावट आयी। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 4,477.06 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
मंगलवार को बढ़ा था सेंसेक्स-Nifty
बिजली, दूरसंचार और फार्मा कंपनियों के शेयरों में लाभ से मंगलवार को सेंसेक्स एक दिन पहले की भारी गिरावट से उबर गया और 198 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ था। शुरुआती कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स करीब 700 अंक टूट गया था। लेकिन बाद में इसने अपने नुकसान की भरपाई की और अंत में यह 198.44 अंक या 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,664.33 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 86.80 अंक या 0.50 प्रतिशत के लाभ से 17,503.35 अंक पर पहुंच गया था।
सोमवार को आई थी बड़ी गिरावट
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,170.12 अंक यानी 1.96 प्रतिशत के नुकसान के साथ 58,465.89 अंक पर आ गया था। सेंसेक्स में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई। यह दो माह में सेंसेक्स का सबसे निचला बंद स्तर था। 12 अप्रैल के बाद यह एक दिन में सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 348.25 अंक यानी 1.96 प्रतिशत टूटकर 17,416.55 अंक पर बंद हुआ।