कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अलर्ट मोड में भारत, स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बड़ी बात
चीन सहित दुनिया के तमाम देशों में कोरोना एक बार फिर से अपना पांव पसार रहा है। इसी मद्देनजर देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड टेस्ट और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। सरकार ने सारी इंटरनेशनल फ्लाइट्स के यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया है। अब चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों को एक जनवरी से कोविड निगेटिव रिपोर्ट देना होगा। जांच भारत की यात्रा से 72 घंटे पहले की होनी चाहिए और फ्लाइट में बैठने से पहले RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट ‘एयर सर्विस’ पोर्टल पर अपलोड करना होगा। सराकर दुनिया भर से आ रहे तमाम लोगों का RT-PCR टेस्ट करा रही है। नए वेरिएंट को डिटेक्ट करने के लिए स्क्रीनिंग की भी तैयारी की गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बड़ी बात
डॉ. मनसुख मांडविया ने आगे कहा कि कोई वेरिएंट अगर देश में आएगा तो देश को उसके लिए सतर्क रहना होगा। हर संभव तैयारी की जा रही है जिससे देश में एक बार फिर कोरोना न फैले। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाई रिस्क वाले देशों के अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को अनिवार्य रूप से भारत आने से पहले एयर सुविधा पर अपनी RT-PCR रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। हम सभी हवाईअड्डों पर आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से 2% का कोविड-19 के लिए रैंडम टेस्ट कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा, ‘‘विदेश से आने वाले यात्रियों के वास्ते एयर सर्विस सिस्टम और RT-PCR जांच की सुविधाओं का नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जाकर निरीक्षण किया।’’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत के किसी हवाई अड्डे पर पहुंच रहे यात्रियों के लिए कोविड की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है, भले ही उन्होंने मूल रूप से किसी भी देश से यात्रा शुरू की हो। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सोमवार को सिविल एविएशन सेक्रेट्री राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा कि कुछ देशों, विशेष रूप से चीन, सिंगापुर, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, थाईलैंड और जापान में कोविड-19 के मामले बढ़ने के संदर्भ में दिशानिर्देशों में बदलाव किया गया है, जो एक जनवरी से लागू हुए हैं।