कोरोना की मार: प्री-प्राइमरी नामांकन में लगभग 30 लाख की गिरावट, शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
कोरोना महामारी ने देश भर में पढ़ाई को किस कदर नुकसान पहुंचाया है। यह किसी से छिपा नहीं है। न जानें कितने बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ा। अब इस बात की तस्दीक हाल ही में शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में भी हुई है। इसके मुताबिक, प्री-प्राइमरी स्कूलों में बच्चों का नामांकन में भारी गिरावट दर्ज की गई है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस (Unified District Information System for Education Plus ,UDISE+) 2020-21) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार साल, 2020-2021 यानी कि कोविड-19 की पहली लहर में प्री-प्राइमरी कक्षाओं में लगभग 30 लाख नामंकन कम हो गया है।
आंकड़ों को देखें तो पता चला है कि अकेले कक्षा 1 में नामांकित बच्चों की संख्या में लगभग 19 लाख की भारी कमी देखी गई है। वहीं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CWSN) के नामांकन में भी 3.56 प्रतिशत की कमी आई है। प्री-प्राइमरी स्कूलों में आंगनबाडी और सरकारी Balwadis भी शामिल हैं। हालांकि, शिक्षा मंत्रालय ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा है कि यह COVID-19 महामारी के दौरान स्कूल में प्रवेश के स्थगित होने के कारण हो सकता है।
2019-20 के मुकाबले कक्षा 1 में 18.8 लाख कम हुआ नामंकन
शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी डेटा पर गौर करें तो पता चलता है कि साल 2020-21 में प्राइमरी से हायर सेकेंड्री तक स्कूली शिक्षा में छात्रों का नामांकन लगभग 25.4 करोड़ है। यह 2019-20 में छात्रों के नामांकन की तुलना में 28.3 लाख अधिक है। हालांकि, प्री-प्राइमरी स्तर और कक्षा 1 में छात्रों के नामांकन में 2019-20 की तुलना में 2020-21 में क्रमश: 29.1 लाख और 18.8 लाख की कमी आई है। यह महामारी के दौरान छोटे बच्चों के स्कूल में प्रवेश को स्थगित करने के कारण भी हो सकता है। वहीं, रिपोर्ट में कहा गया है 2020-21 के दौरान सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों के 39.7 लाख छात्र सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित हुए।