विदेशी कोयला खरीद से उपभोक्ताओं पर नही पड़ेगा भार-अवनीश अवस्थी
लखनऊ। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि विदेशी कोयले की खरीद का भार विद्युत उपभोक्ताओं पर नही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विदेशी कोयला की खरीद पर 1098 करोड़ रूपये खर्च होंगे। जिसका वहन सरकार द्वारा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए यह कोयला खरीदना पड़ रहा है। दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा दो महीने के लिए चार प्रतिशत विदेशी कोयले खरीद की अनुमति दिए जाने और उसका भार उपभोक्ताओं पर ना पड़े इसको लेकर उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष ने अपर मु य सचिव ऊर्जा अवनीश कुुमार अवस्थी से मुलाकता की थी। जिसके बाद अवनीश कुमार अवस्थी ने कोयला खरीद का असर उपभोक्ताओं पर पडऩे देने का आश्वासन दिया।
विद्युत आपूर्ति में कोई व्यवधान ना हो इसके मद्देनजर यह फैसला जरूरी था
अपर मु य सचिव ऊर्जा अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के हित में महज इसलिए लिया गया क्योंकि कोल इंडिया द्वारा कम कोयला उपलब्ध कराए जाने के चलते भविष्य में विद्युत आपूर्ति में कोई व्यवधान ना हो इसके मद्देनजर यह फैसला जरूरी था उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा की जिस प्रकार से देश का ऊर्जा मंत्रालय कोल इंडिया पर दबाव बनाकर उत्तर प्रदेश को महज इसलिए कम कोयला सप्लाई कर रहा है, क्योंकि उत्तर प्रदेश द्वारा विदेशी कोयला खरीद की अनुमति कोल इंडिया को नहीं दी गई थी। कोल इंडिया से प्राप्त होने वाला डोमेस्टिक कोयला जो रुपया 3000 प्रति मैट्रिक टन में मिल रहा था अब उसे रुपया 20000 प्रति मेट्रिक टन में खरीदने के लिए विवश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को आवंटित 15 से 17 रैक में से वर्तमान में केवल 11 रैक उपलब्ध कराना प्रदेश के तीन करोड़ विद्युत
उपभोक्ताओं के साथ बड़ा धोखा है। उपभोक्ता परिषद ने प्रधानमंत्री से मांग उठाई है कि वह एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर और खदानों की जांच कराएं। जिससे स्थिति का खुलासा हो जाएगा।