कांग्रेस नहीं चाहती थी कि डा अंबेडकर सांसद बनें: नितिन अग्रवाल
उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नहीं चाहती थी कि संविधान निर्माता डा भीमराव अंबेडकर सांसद बनकर सदन में पहुंचे।
अग्रवाल ने गुरुवार को अंबेडकर जयंती के मौके पर यहां स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में आयोजित समरसता संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि बाबा साहब अंबेडकर जी सदन में पहुंचे और इसके लिये कांग्रेस ने भरपूर कोशिश भी की।”
उन्होंने कहा कि बाबा साहब जब पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे, उस समय भी उन्हें हरवाने का काम कांग्रेस ने ही किया था। अग्रवाल ने दावा किया कि डा अंबेडकर को पहली बार लोकसभा चुनाव में जिताने का काम भाजपा के मार्गदर्शक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था।
अग्रवाल ने भाजपा सरकारों के लिये दलित उत्थान को प्राथमिकता बताते हुए आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने दलितों के उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं किये। उन्होंने बसपा का नाम लिये बिना कहा कि चार बार प्रदेश की सत्ता का सुख भोगने वाली पार्टियां, अंबेडकरवादी लोगों का इस्तेमाल करती रहीं लेकिन उनके उत्थान के लिए कुछ नहीं सोचा और ना ही उन्हें राजनीति में आगे बढ़ाया गया।
अग्रवाल ने बतौर आबकारी मंत्री अपनी प्राथिकतायें बताते हुए कहा कि प्रदेश में कच्ची शराब पर नकेल कसने के लिये कड़े फैसले किये गये हैं। उन्होंने कहा कि कच्ची शराब से कई लोगों की मौत होने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिए हैं कि कच्ची शराब के काले कारोबार में लगे लोगों को चिन्हित कर कठोरतम कानूनी कार्यवाही की जाये।