CM केजरीवाल ने दिया आदेश, कोविड अस्पतालों में अब MBBS के छात्र- छात्राएं और डेंटिस्ट भी देंगे अपनी सेवाएं
दिल्ली में अब एमबीबीएस छात्र और डेंटिस्ट भी कोरोना संक्रमितों का इलाज करते हुए दिखेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एमबीबीएस छात्रों और डेंटिस्टों को अस्पतालों और कोविड आईसीयू में मानव शक्ति की कमी को पूरा करने में मदद करने के आदेश दिए हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह आदेश दिए गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने मेडिसिन और सर्जरी में बीए कर रहे छात्रों को आदेश दिया है कि वे सामान्य अस्पतालों के साथ कोविड-19 वाले अस्पतालों में भी अपनी सेवाएं दें। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और डॉक्टरों की संख्या कम होने के चलते अस्पतालों में डॉक्टरों की सहायता के लिए अब चौथे और पांचवें वर्ष के एमबीबीएस छात्रों और डेंटिस्टों को शामिल किया जा सकेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली में अभी 40,212 सक्रिय मामले हैं, जिसमें रिकवर हो चुके लोगों की संख्या 4,81,260 है। कोविड-19 से अभी तक राजधानी दिल्ली में 8,391 मौतें हो चुकी हैं।
इससे पहले बुधवार को, बढ़ते हुए कोरोना वायरस मामलों के मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने कोविड-19 वाले अस्पतालों को चौथे और पांचवें वर्ष के एमबीबीएस छात्रों, प्रशिक्षुओं और बीडीएस डॉक्टरों को महामारी को नियंत्रित करने में ड्यूटी डॉक्टरों की सहायता करने की अनुमति दी।
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, चौथे वर्ष और पांचवें वर्ष के एमबीबीएस छात्र और डेंटिस्ट (दंत चिकित्सक) आठ घंटे की शिफ्ट के लिए 1,000 रुपये और प्रति दिन 12 घंटे की शिफ्ट के लिए 2,000 रुपये के मानदेय पर ड्यूटी डॉक्टरों की सहायता करेंगे।