सीए स्टूडेंट्स ने CJI को प्रयासों की संख्या बढ़ाने के लिए लिखा पत्र, ICAI ने दिया ऑप्ट आउट का विकल्प
लगभग 6,000 सीए स्टूडेंट्स ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर छात्रों द्वारा दायर जनहित याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने का आग्रह किया है। सीए के छात्रों ने सीजेआई एनवी रमना से इस पत्र का स्वत: संज्ञान लेने और छात्रों के लिए ऑप्ट आउट विकल्प की मांग वाली एक पूर्व दायर जनहित याचिका के साथ इसे सुनने और आईसीएआई को पुराने पाठ्यक्रम के छात्रों के प्रयासों की संख्या को बढ़ाने का निर्देश देने का आग्रह किया है।
छात्रों ने पत्र के माध्यम से अपनी मांगों को सीजेआई एनवी रमना के सामने रखा। छात्रों ने ऑप्ट-आउट सुविधा की रूपरेखा तैयार की जो बाद में आईसीएआई द्वारा विस्तृत दिशानिर्देश जारी करते हुए प्रदान की गई। इसके अलावा, छात्रों का एक बड़ा वर्ग आईसीएआई से जुलाई 2021 की निर्धारित सीए परीक्षाओं को स्थगित करने का आग्रह कर रहा है।
सीजेआई को लिखे पत्र में आग्रह किया गया है कि आगामी सीए परीक्षाओं के लिए ऑप्ट-आउट विकल्प, जिसमें एक छात्र जो आगामी परीक्षाओं के लिए या तो कोविड-19 वायरस के कारण या परिवार में किसी अन्य चिकित्सा आपात स्थिति या महामारी की वजह से किसी अन्य कारण से उपस्थित होने में सक्षम नहीं है, तब वह एग्जाम साइकिल के लिए ऑप्ट-आउट कर सके और अगले परीक्षा चक्र, यानी नवंबर 2021 के लिए उपस्थित हो सके। पत्र में लिखा गया है कि वही सुविधा उन छात्रों को प्रदान की गई थी, जो सीए परीक्षा नवंबर 2020 चक्र के लिए उपस्थित हो रहे थे।
दूसरी ओर, आईसीएआई ने स्पष्ट किया है कि वह सीए फाइनल, फाउंडेशन और इंटरमीडिएट परीक्षा शेड्यूल के अनुसार आयोजित करेगा। संस्थान ने सोमवार, 21 जून को परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए हैं। स्टूडेंट्स की मांग पर संज्ञान लेते हुए, आईसीएआई ने 5 जुलाई, 2021 से प्रारंभ होने वाली परीक्षाओं से पहले ऑप्ट-आउट योजना का दिशानिर्देश जारी किया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट, icai.org पर विजिट कर सकते हैं।