कर्नाटक में बुर्का पहने छात्राओं को परीक्षा की नहीं मिली इजाजत
कर्नाटक के उडुपी में बुर्का पहन कर प्री यूनिवर्सिटी परीक्षा देने आयी दो छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने शुक्रवार को परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं दिया।
दोनों छात्राएं उन छह छात्रों में शामिल हैं जिन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय में शिक्षण संस्थान में बुर्का पहनकर आने की मांग की थी।
परीक्षा देने कॉलेज पहुंची आलिया असदी और रेशम ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कॉलेज कर्मियों से उन्हें बुर्का पहनकर परीक्षा देने की अनुमति देने का आग्रह किया।
कॉलेज प्रशासन ने उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश देने से मना कर दिया। कुछ देर कॉलेज परिसर में रहने बाद दोनों छात्र वहां से वापस लौट गई।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने पहले कहा था कि हिजाब वाली छात्रों को दूसरी पीयूसी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा के दौरान निरीक्षकों को हिजाब पहनने पर भी रोक लगा दी गई है।
कॉलेज के प्रिंसिपल ने गुरुवार को हिजाब का विरोध करने वाली मुस्लिम छात्रों से आखिरी समय तक अपने परीक्षा हॉल टिकट लेने के लिए कहा था।
उल्लेखनीय है कि जनवरी में हिजाब समर्थक और कुछ हिंदू छात्रों के भगवा शॉल लेकर विरोध के बाद बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया था। यह विवाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गया था। राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में ड्रेस पहने पर जोर दिया।
यह मामला उच्च न्यायालय तक गया। अदालत ने हिजाब समर्थक याचिकाओं को यह कहते हुए खारिज कर दिया हिजाब पहनना इस्लाम की आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है।
हिजाब विवाद के फिर से उभरने की आशंका के साथ, परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
इस बार 1,076 परीक्षा केंद्रों में आयोजित परीक्षा में कुल 3,46,936 छात्र और 3,37,319 छात्राएं भाग ले रही हैं।
प्रायोगिक प्रयोगशाला टेस्ट 1,030 परीक्षा केंद्रों में आयोजित किये जायेंगे और इसमें 2,67,349 छात्रों के भाग लेने के आसार है।