बाइडन ने विलियम बर्न्स को चुना CIA का निदेशक, परमाणु करार में निभाई थी अहम भूमिका
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को घोषणा की कि उन्होंने वरिष्ठ कूटनीतिज्ञ विलियम बर्न्स को सीआइए के निदेशक पद के लिए चुना है। बर्न्स ने मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारत-अमेरिका के बीच परमाणु समझौते में अहम भूमिका निभाई थी।
रूस और जार्डन के राजदूत रह चुके 64 वर्षीय बर्न्स का विदेश मंत्रालय के साथ काम करने का 33 वर्षो का अनुभव है और वह रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों ही राष्ट्रपतियों के साथ काम कर चुके हैं। वह कभी खुफिया अधिकारी नहीं रहे हैं। बर्न्स 2014 में सेवानिवृत्त होने से पहले उपविदेश मंत्री थे। उन्होंने कार्नेगी इंडोमेंट ऑफ इंटरनेशनल पीस के संचालन के लिए सेवानिवृत्ति ली थी।
डोनाल्ड ट्रंप के 2017 में सत्ता संभालने के बाद विदेश मंत्रालय में मची खींचतान को लेकर खामोश रहने वाले बर्न्स ने पिछले साल अपनी चुप्पी तोड़ते हुए विदेश मामलों पर ट्रंप प्रशासन की नीतियों को लेकर बेहद आलोचनात्मक लेख लिखने शुरू किए थे। बाइडन ने कहा, बर्न्स एक शानदार कूटनीतिज्ञ हैं जिनके पास वैश्विक मंचों पर हमारे लोगों व देश को सुरक्षित रखने का दशकों का अनुभव है।
उन्होंने कहा, वह भी मेरे इस पुख्ता मत को साझा करते हैं कि खुफिया विभाग को गैरराजनीतिक होना चाहिए और हमारे राष्ट्र की सेवा कर रहे समर्पित खुफिया अधिकारी कृतज्ञता व सम्मान के हकदार हैं। राजदूत बर्न्स खतरों को हमारे करीब पहुंचने से पहले रोकने के लिए जरूरी ज्ञान, निर्णय क्षमता और नजरिया लेकर आएंगे जिनकी हमें जरूरत है। उनके हमारा अगला सीआइए निदेशक होने पर अमेरिकी लोग चैन की नींद सोएंगे।