बासु चटर्जी और ऋषिकेश मुखर्जी जैसे सिनेमा बनना चाहता हूं : विवेक सोनी
मुंबई। कई बार फिल्ममेकर्स अपने अनुभवों को फिल्मों में डालने की कोशिश करते हैं, जिससे कहानी विश्वसनीय बने। निर्देशक विवेक सोनी ने भी अपनी आगामी फिल्म मीनाक्षी सुंदरेश्वर में अपना अनुभव डालने की कोशिश की है। फिल्म में अभिमन्यु दसानी का किरदार इंजीनियर है, जो इस पेशे की खासियत बताते हुए अरेंज मैरिज के लिए लड़की को शादी के लिए राजी करता है।
दैनिक जागरण से बातचीत में विवेक कहते हैं कि मैं खुद इंजीनियर हूं। मैंने हैदराबाद में चार साल पढ़ाई करके इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा किया है। इस सफर से मैं वाकिफ था, क्योंकि मैंने वह लाइफ जी है। फिल्म में मैंने कई ऐसी चीजें रखी हैं, जो इंजीनियरिंग के दिनों से प्रेरित है। मीनाक्षी सुंदरेश्वर रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। विवेक कहते हैं कि मुझे लव स्टोरी ड्रामा बहुत पसंद रहा है। हमेशा से मन था कि मेरी पहली फिल्म लव स्टोरी ही हो। लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप की जो थीम फिल्म में है उससे दर्शक खुद को जोड़ पाएंगे।
विवेक सोनी ने आगे कहा है कि हममें से कई लोग कभी न कभी किसी लांग रिलेशनशिप में रहे होंगे। दरअसल, मैं बासु चटर्जी और ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों का कायल रहा हूं। जब बड़ा हो रहा था तो उनका सिनेमा बहुत देखा है। कहीं न कहीं जेहन उस तरह के सिनेमा की छवि थी। उनकी फिल्मों के किरदार बहुत प्यारे हुआ करते थे। इसलिए इस फिल्म की कहानी लिखते वक्त उनकी दुनिया और उनकी तरह के किरदारों को मैंने क्रिएट किया है।
यह फिल्म सीधे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही है। ऐसे में फीचर फिल्म और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए बनी फिल्म के बीच क्या शूटिंग को लेकर कोई अंतर होता है, इस सवाल पर विवेक जवाब देते हुए कहते हैं कि मुझे कुछ भी अलग नहीं लगा। अगर यह फिल्म थिएटर में भी रिलीज होती तो मैं इसे ऐसे ही बनाता। यह फिल्म पांच नवंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।