आगरा में 57 लाख की बैंक डकैती के मामले में दो महिलाओं सहित पांच गिरफ्तार, 40 लाख रुपया बरामद



ताजनगरी आगरा में इंडियन ओवरसीज बैंक में डकैती के मामले में पुलिस ने कड़ी पड़ताल के बाद सोमवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बड़ी वारदात के सूत्रधार बैंककर्मी और दो महिलाओं समेत पांच लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं। अभी भी चार लोग फरार है, जिनकी तलाश में पुलिस की दबिश लगातार जारी है।
आगरा के सदर बाजार के रोहता में बैंक डकैती पुलिस के लिए चुनौती बनी थी। सोमवार को पुलिस ने बैंककर्मी और दो महिलाओं समेत पांच को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। आरोपितों से पुलिस ने 40 लाख रुपये बरामद किए हैं। इनके साथ पकड़ी गई महिलाओं ने बैंक से लूटी गई रकम छिपाने में मदद की थी। इस वारदात में शामिल चार अन्य बदमाश अभी फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है।
आगरा के रोहता में इंडियन ओवरसीज बैंक, ग्वालियर रोड शाखा में 12 दिसंबर की शाम पांच बजे बदमाशों ने धावा बोला था। यहां बैंक मैनेजर समेत अन्य स्टाफ को बंधक बनाकर बदमाश 56.94 लाख रुपये लूटकर बदमाश फरार हो गए थे। सीसीटीवी फुटेज में बदमाशों के भागने की दिशा तो पता चला गई, लेकिन उन्होंने कहीं चेहरा नहीं खुलने दिया था। बदमाशों ने मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं किया था। इसलिए पुलिस को कोई इलेक्ट्रानिक तरीके से सुराग नहीं मिल रहा था। एसएसपी बबलू कुमार ने बदमाशों के बारे में सही सूचना देने वाले को एक लाख रुपये इनाम की भी घोषणा की थी। साथ ही पुलिस की दस टीम मामले के पर्दाफाश को लगा दीं। जगनेर रोड पर एक सीसीटीवी कैमरे से बदमाश का फोटो मिल गया। उसकी पहचान सनी जाटव निवासी खंदारी के रूप में हो गई। इसके मोबाइल की काल डिटेल से पूरा राज खुल गया। इसके बाद पुलिस ने बैंक के अस्थाई चतुर्थश्रेणी कर्मी खंदारी निवासी पुनीत को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उससे पूछताछ में राज खुल गया।
एडीजी अजय आनंद ने पत्रकार वार्ता में बताया कि गिरफ्तार बदमाशों की निशानदेही पर 40 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं। घटना में शामिल सनी जाटव, बंटी जाटव, नरेंद्र कुमार और नगला प्रताप निवासी तेज सिंह को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद शेष रकम बरामद हो सकेगी। पत्रकार वार्ता में आइजी ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार, एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद मौजूद रहे। पुलिस ने रविवार रात को खंदारी निवासी पुनीत, रंजीत और घटना में शामिल दो बदमाशों की पनयिों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों महिलाओं का मायका मलपुरा के नगला प्रताप में था। उन्होंने लूट की रकम को ले जाकर नगला प्रताप में प्लास्टिक के कट्टे में रखकर छिपा दिया था। पुलिस ने यहां से रकम बरामद कर ली।
शुक्रवार को रेकी मंगलवार को वारदात: ठाकुर दास, रंजीत, बंटी जाटव व सनी ने शुक्रवार को रेकी की थी। सोमवार को सभी बैंक लूटने पहुंच गए। उस समय वहां बीएसएनएल के कर्मचारी काम कर रहे थे। बैंक के गेट पर उनके पहुंचते ही पुनीत ने उन्हेंं इशारा करके भगा दिया। मंगलवार को सभी वहां पहुंचे। पुनीत पहले ही बैंक का गेट खोलकर चला गया था। अंदर घुसकर उन्होंने कैश लूट लिया। इसके बाद रोहता से होकर शमसाबाद रोड पर पहुंचे। वहां से वे अलग-अलग चले गए। ठाकुरदास ने दस लाख रुपये अन्य साथियों को बांट दिए। बचे हुई पूरी रकम खुद रख ली थी। इसमें से बाद में बंटवारा हेाता।