बांग्लादेश को आज के दिन भारत ने दी थी मान्यता, मोदी बोले- पीएम हसीना के साथ काम करने का आकांक्षी
भारत और बांग्लादेश आज ‘मैत्री दिवस’ मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह अपने बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार और गहरा करने के लिए काम करना जारी रखना चाहते हैं। बता दें कि भारत की ओर से 1971 में आज ही की तारीख में बांग्लादेश को मान्यता दी गई थी, जिसकी याद में छह दिसंबर को मैत्री दिवस मनाया जाता है।
भारत द्वारा 1971 में नवगठित देश बांग्लादेश को मान्यता देने के उपलक्ष्य में सोमवार को ‘मैत्री दिवस’ मनाया जा रहा है। मोदी ने ट्वीट किया, ‘आज भारत और बांग्लादेश मैत्री दिवस मना रहे हैं। हम संयुक्त रूप से अपनी 50 साल की दोस्ती की नींव को याद करते हैं और इसे सेलिब्रेट करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अपने संबंधों को और विस्तार और गहरा करने के लिए मैं पीएम शेख हसीना के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।’ बता दें कि बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस में शामिल होने के लिए मार्च में पीएम मोदी ने बांग्लादेश की यात्रा की थी, जिस दौरान मैत्री दिवस तो छह दिसंबर को मनाने का निर्णय लिया गया था।
बांग्लादेश की आजादी से दस दिन पहले भारत ने 6 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश को मान्यता दे दी थी। भारत बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। अब भारत ने सोमवार को बांग्लादेश को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश के रूप में मान्यता देने के 50 साल पूरे कर लिए।
मैत्री दिवस ढाका और दिल्ली के अलावा दुनिया भर के 18 देशों में मनाया जा रहा है। ये देश बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर, यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, यूएई और यूएसए हैं। कहा गया है कि मैत्री दिवस का आयोजन भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती का प्रतिबिंब है, जो खून और साझा बलिदान से बना है।