अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा- कोरोना महामारी के शुरुआती चरण में चीन ने नहीं बरती पारदर्शिता
अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कोरोना महामारी के शुरुआती चरण में पारदर्शिता नहीं दिखाने पर चीन पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर और अधिक गहन जांच की भी अपील की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और चीन द्वारा वायरस को लेकर की गई संयुक्त जांच सामने आने के बाद ब्लिंकन ने यह टिप्पणी की है। इस जांच रिपोर्ट से यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कैसे और कब वायरस इतनी तेजी से फैला।
ब्लिंकन ने कहा- बीजिंग के हाथ से निकला वायरस का खामियाजा पूरी दुनिया झेल रही
रिपोर्ट में पश्चिमी देशों द्वारा जताई गई चिंताओं का भी कोई जवाब नहीं दिया गया है। एनबीसी को दिए साक्षात्कार में ब्लिंकन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि चीन जानता है कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए उसे जो करना चाहिए वह उसने नहीं किया। अंतरराष्ट्रीय विज्ञानियों को अपनी लैब तक पहुंच प्रदान करने के साथ ही उसे रियल टाइम जानकारी साझा करनी चाहिए। ऐसा नहीं करके वायरस बीजिंग के हाथ से निकल गया और उसका खामियाजा पूरी दुनिया झेल रही है।’
अमेरिकी राजनयिक ने कहा- संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली बनानी होगी
अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने कहा, ‘हम कोरोना से लड़ रहे हैं, लेकिन हमें भविष्य में ऐसी स्वास्थ्य प्रणाली बनानी होगी कि अगर संक्रमण फिर से फैले तो उसे रोकने में हम सक्षम हों। इसके लिए जरूरी है कि हम पारदर्शिता बरतें, जानकारी साझा करें और अपनी प्रयोगशालाओं तक अंतरराष्ट्रीय विज्ञानियों को पहुंच प्रदान करें।इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन को मजबूत करने के साथ ही इसमें सुधार करना होगा और चीन को इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।’
अमेरिका वायरस की उत्पत्ति को लेकर तह तक जाएगा
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वाशिंगटन विश्व को यह गारंटी देना जा रहा है कि वह वायरस की उत्पत्ति को लेकर तह तक जाएगा। इस पर उन्होंने कहा कि हमें ऐसा करना होगा क्योंकि ऐसा किया जाना आवश्यक है।