अफगानिस्तान में निकासी अभियान को खून खराबे में बदलना चाहता है ISIS, अमेरिकी पत्रकारों ने चेताया
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बाहर हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका की तरफ से ड्रोन हमला किया है। अब अमेरिका की दो पत्रकारों ने चेतावनी देते हुए कहा कि आइएसआइएस-खुरासान (ISIS-Khorasan) अमेरिकी निकासी अभियान को खून खराबे में बदलना चाहता है।
महीनों तक दी गई थी चेतावनी
द वाशिंगटन पोस्ट में लिखते हुए पत्रकार हन्ना आलम (Hannah Allam) और सौद मेखेनेट (Souad Mekhennet) ने कहा कि महीनों तक आतंकवाद के विश्लेषकों ने चेतावनी दी थी कि अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकवादी राष्ट्रपति जो बाइडन के सैनिकों के बाहर निकलने को खून-खराबे में बदलने की कोशिश करेंगे।
गुरुवार को काबुल आतंकी हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों की गई जान
गौरतलब है गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के बार हुए आतंकी हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित कम से कम 169 अफगान नागरिकों की मौत हो गई थी। इस्लामिक स्टेट-खुरासान ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए हमलों की जिम्मेदारी ली थी। हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि उसने अमेरिकी सैनिकों और उसके अफगान सहयोगियों को निशाना बनाया था।
हमले के बाद जो बाइडन ने आतंकियों को चेताया था, किया ड्रोन हमला
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि हम माफ नहीं करेंगे और ना इसे भूलेंगे। आतंकियों को चेताते हुए उन्होंने कहा था कि वह इसका बदला लेगा। इस घटना के 48 घंटे बाद अमेरिका ने आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए आइएसआइएस के ठिकानों पर ड्रोन हमला किया। इसके साथ ही अमेरिका ने लोगों से काबुल एयरपोर्ट के गेट को जल्द से जल्द छोड़ने को कहा है।
15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर किया था कब्जा
बता दें 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए भी सभी देश निकासी अभियान चला रहे हैं। इस बीच हुए काबुल आतंकी हमले ने लोगों में दशहत पैदा कर दी है।