लखनऊ विवि को ए प्लस प्लस का ग्रेड मिलने से बड़ी कंपनियों में भी नौकरी के खुलेंगे दरवाजे
लखनऊ : अब लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियों में भी कैंपस प्लेसमेंट के दरवाजे खुल जाएंगे। इसका कारण नैक द्वारा ए प्लस प्लस का ग्रेड स्कोर दिया जाना। इंफोसिस सहित कई बड़ी कंपनियां ए से नीचे ग्रेड पाने वाले विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को नौकरी देने पर विचार नहीं करतीं।
इसके साथ ही संशोधित यूजीसी शोध स्कोर मॉडल के अनुसार पीएचडी स्कालर्स के लिए उन्नत ग्रेडिंग एक वरदान साबित होगी, क्योंकि उन्हें अपने शोध स्कोर के रूप में 30 अंक मिलेंगे जो केवल ए प्लस प्लस ग्रेड के संस्थानों के स्कालर्स को मिलते हैं, जबकि बी ग्रेड संस्थानों के छात्रों को केवल 12 अंक प्राप्त होते हैं।
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में भी खासा उत्साह है। बुधवार को मेधावी छात्र परिषद के सदस्यों ने इस सराहनीय उपलब्धि पर बधाई देने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय से मुलाकात की। प्रोफेसर पूनम टंडन, डीन स्टूडेंट वेलफेयर और प्रोफेसर प्रेम सुमन, कला संकाय की डीन भी बातचीत में उपस्थित थे। मेधावी छात्र परिषद ने इस अवसर पर अपने आनंद और उत्साह को साझा किया। उन छात्रों की बेहतरी के लिए काम करते रहने का प्रण लिया, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं और जिस विश्वविद्यालय का वे हिस्सा हैं।
विश्वविद्यालय का व्यापक शैक्षणिक वातावरण सबसे महत्वपूर्ण कदम रहा है। कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के शब्दों में, एक अच्छा पाठ्यक्रम, शिक्षक और अनुसंधान संस्कृति उच्चतम ग्रेडिंग के प्रमुख पहलू रहे। लखनऊ विश्वविद्यालय, अभिनव एवं नवोन्मेषक विचारों के साथ छात्र केंद्रित गतिविधियों के बारे में गर्व से दावा कर सकता है। अन्य कारणों में, जिन्होंने विश्वविद्यालय को यहां तक पहुंचने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनमें कर्मयोगी और कर्मोदय जैसी विभिन्न छात्र कल्याण योजनाएं शामिल हैं।