25 November, 2024 (Monday)

Food Testing Laboratory: देश की 36 खाद्य जांच प्रयोगशालाओं के लाइसेंस किए गए रद, जानें कहां-कहां की लैब हैं शामिल

राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) ने छत्तीसगढ़ सहित देश की 36 खाद्य जांच प्रयोगशालाओं के लाइसेंस रद कर दिए हैं। नियमों का पालन नहीं करने और लैब में आवश्यक संसाधन मुहैया नहीं कराने के कारण यह कार्रवाई की गई है। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की सही तरीके से जांच में नाकामी तथा तकनीकी मामलों में खामियों के आधार पर उत्तर प्रदेश की आगरा, बिहार की पटना, हरियाणा की करनाल और चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश की सोलन लैब भी इस कार्रवाई की जद में आई हैं। इस कार्रवाई की वजह से छत्तीसगढ़ की इकलौती राज्य स्तरीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला 31 दिसंबर 2020 के बाद बंद हो जाएगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसआइ) ने सभी लैब को निर्देश दिया है कि वे अपनी बची हुई जांच को 31 दिसंबर से पहले पूरा कर लें।

नियमों का पालन नहीं करने और लैब में आवश्यक संसाधन मुहैया नहीं कराने पर कार्रवाई

छत्तीसगढ़ में खाद्य पदार्थो की जांच के लिए एकमात्र लैब रायपुर की कालीबाड़ी में है। खाद्य सुरक्षा कानून 2011 बनने के बाद लैब को पांच साल में एनएबीएल से मान्यता लेनी थी। प्रदेश के खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने कारगर पहल नहीं की। एनएबीएल की तरफ से दो बार दो-दो साल का एक्सटेंशन भी दिया गया। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ ने मान्यता के लिए एनएबीएल को आवदेन तक नहीं किया। स्वास्थ्य विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो एफएसएसआइ ने लैब को मजबूत करने के लिए पांच करोड़ की राशि भी जारी की थी, जिसका सही उपयोग नहीं किया गया। लैब में माइक्रोबायलाजी लैब भी तैयार की जानी थी।

खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने दिखाई ढिलाई

लाइसेंस रद होने के बाद खाद्य एवं औषधी नियंत्रक केडी कुंजाम ने कहा कि लैब का लाइसेंस निरस्त होने की सूचना मिली है। जल्द ही अधिकारियों से विस्तार से चर्चा होगी। वहीं, लैब को मान्यता दिलाने की जिम्मेदारी निभाने वाले असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर राजेश शुक्ला ने कहा कि एफएसएसआइ के निर्देश का परीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो एफएसएसआइ के साथ समन्वय की जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं होने के कारण ही लाइसेंस रद हो गया।

इन लैबों के लाइसेंस रद

उत्तर प्रदेश की रीजनल पब्लिक एनालिस्ट लैबोरेट्री आगरा, बिहार की कंबाइन फूड लेबोरेट्री पटना, छत्तीसगढ़ की स्टेट फूड टेस्टिंग लेबोरेट्री रायपुर, हरियाणा की स्टेट लेबोरेट्री चंडीगढ़ और जिला लैब करनाल, हिमाचल प्रदेश की कंपोजिट टेस्टिंग लैब सोलन,आंध्र प्रदेश की रीजनल पब्लिक लेबोरेट्री विशाखापट्टनम, गुजरात की पब्लिक हेल्थ लेबोरेट्री सूरत, कर्नाटक की बंगलु में स्टेट फूड लैब और बीबीएमपी फूड लैब के साथ मैसूर, बेलगवी, कालाबुर्गी की मान्यता रद की गई है। महाराष्ट्र की 13 लैब की मान्यता समाप्त की गई है। इसमें औरंगाबाद की दो, जलगांव, कोल्हापुर, सोलापुर, अहमदनगर, मुंबई, नासिक, सांगली, सतारा, अमरावती और नांदेड़ की लैब शामिल हैं। मणिपुर, नगालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम की एक-एक और तमिलनाडु की छह लैब के लाइसेंस भी रद किए गए हैं।

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