9 साल में बना आधा KM लंबा पुल, खर्च हो गए 917 अरब रुपए
अमेरिका में एक ऐसा ब्रिज यानी पुल बना है, जो चर्चा का विषय बन चुका है. इस रेल पुल का उद्घाटन हो चुका है और इसके निर्माण में 11 बिलियन अमेरिकी (करीब 917 अरब रुपए) डॉलर खर्च हुए हैं. इस हाई स्पीड रेल पुल को बनाने में 9 साल का समय लगा है. मगर हैरानी की बात यह है कि यह रेल पुल कहीं भी नहीं जाता है. जी हां, यह रेल पुल न आगे से जुड़ता है और न पीछे से. इस रेल पुल का उद्घाटन भले ही हो चुका हो, मगर इस पर अभी रेल नहीं चलाया जा सकता है. कैलिफोर्निया की राज्य सरकार इस हाई-स्पीड रेल पुल के पूरा होने का जश्न तो मना रही है, मगर इसी की जह से वह अब आलोचना भी झेल रही है.
ट्विटर और टेस्ला के मालिक एलन मस्क और डॉगकॉइन निर्माता बिली मार्कस सहित कई दिग्गजों ने कैलिफोर्निया के हाई-स्पीड रेल अथॉरिटी का मजाक उड़ाया है. कैलिफोर्निया हाई-स्पीड रेल अथॉरिटी ने पिछले साल गर्व से ‘फ्रेस्नो रिवर वियाडक्ट’ (रेल ब्रिज का नाम) के पूरा होने की घोषणा की थी, जो राज्य की लंबे समय से विलंबित बुलेट ट्रेन परियोजना का एक छोटा सा खंड था. इस परियोजना का उद्देश्य सैन फ्रांसिस्को को लॉस एंजिल्स से जोड़ना है.
एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया मंच एक्स पर इस रेल परियोजना को लेकर रोने वाले इमोजी के साथ निराशा व्यक्त की, जो कथित तौर पर रद्द होने की संभावना का सामना कर रहा है. वहीं बिली मार्कस ने अपने एक्स पोस्ट में तंज कसते हुए कहा कि यह अब तक की सबसे उल्लेखनीय मानवीय उपलब्धि है. उन्होंने कहा, ‘9 साल और 11 अरब डॉलर खर्च के बाद 1,600 फीट की हाई-स्पीड रेल. 1,600 फीट चलने में लगभग 5 मिनट लगते हैं, इसलिए उसके लिए हाई-स्पीड रेल वास्तव में बहुत बड़ी बात है.’
इस रेल पुल परियोजना पर खर्च किए गए पैसे में हाई-स्पीड मार्ग के पहले चरण के लिए पुल और अन्य बुनियादी ढांचे शामिल हैं, जो लॉस एंजिल्स के उत्तर में बेकर्सफील्ड से बे एरिया से लगभग 80 मील दूर मेरेड तक फैला है. आलोचकों ने रेल प्राधिकरण के उस पुराने पोस्ट का जवाब दिया, जिसमें अथॉरिटी ने मदेरा काउंटी में फ्रेस्नो रिवर वियाडक्ट के पूरा होने की प्रशंसा करते हुए इसे पहले पूर्ण हाई-स्पीड रेल संरचनाओं में से एक बताया था.
हाई-स्पीड रेल अथॉरिटी ने कहा था, ‘लगभग 1,600 फीट लंबी हाई-स्पीड ट्रेनें नदी के ऊपर से गुजरेंगी और बीएनएसएफ रेलमार्ग के समानांतर चलेंगी.’ हाई-स्पीड रेल अथॉरिटी द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों से पता चलता है कि पुल दोनों छोर पर किसी भी तरह से जुड़ा हुआ नहीं है. यही वजह है कि लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं और कुछ लोगों का तर्क है कि यह परियोजना को प्रभावित करने वाले कारक हैं.